
आस्ट्रेलिया में बीते करीब दस वर्षों से बना लिबरल पार्टी के शासन का सिलसिला टूट गया है और विपक्षी लेबर पार्टी ने चुनाव में जीत हासिल की है। प्रधानमंत्री स्काट मारीसन ने चुनाव में हार स्वीकार करते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। लेबर पार्टी को सरकार बनाने में पर्यावरण सुधार के समर्थक निर्दलीय सांसदों का भी समर्थन मिल सकता है।
मारीसन ने लेबर पार्टी के नेता और भविष्य के प्रधानमंत्री एंथनी एल्बेनीज को जीत की बधाई दी और नई जिम्मेदारी के लिए शुभकामना दी है। मारीसन ने अपनी पार्टी का नेता पद भी छोड़ दिया है। लेबर पार्टी को सरकार बनाने के लिए संसद के निचले सदन की कुल 151 सीटों में से 76 सीटों की जरूरत होगी। मतों की गिनती का कार्य अभी जारी है।
लिबरल पार्टी की दस वर्ष की सत्ता के बाद लेबर पार्टी को मौका
रिकार्ड संख्या में आए पोस्टल बैलट की गिनती भी जारी है। कई सीटों पर पोस्टल बैलट परिणामों को प्रभावित कर सकते हैं। चुनाव परिणामों से प्रतीत होता है कि मारीसन के लिबरल- नेशनल गठबंधन को पश्चिमी आस्ट्रेलिया और शहरी इलाकों में करारी हार मिली है। मध्य-वाम लेबर पार्टी को ओपीनियन पोल में भी लिबरल पार्टी पर बढ़त मिलती दिखाई दी थी। चुनाव परिणामों में भी यही तस्वीर उभरी है।
पर्यावरण सुधार के मुद्दे को मतदाताओं ने दी तवज्जो
नई सरकार में पर्यावरण सुधार के समर्थकों का प्रभाव नजर आ सकता है जिसके कारण मारीसन सरकार की कोयला खनन की नीति पर असर प़़ड सकता है। शहरी क्षेत्र में लिबरल पार्टी को मिली हार का कारण उसकी पर्यावरण को लेकर उदासीन नीतियां मानी जा रही हैं। आस्ट्रेलिया में हाल के वर्षो में बाढ़ और जंगल में आग की घटनाओं के लिए सरकार की नीतियों को जिम्मेदार माना गया है। तीन वयस्क संतानों वाली कामकाजी महिला चैरलट फारवुड ने चुनाव नतीजों को आशावादी माना है, जिसमें भविष्य की बेहतरी निहित है।
भारत के साथ रिश्ते और मजबूत होंगे
भारत में आस्ट्रेलिया के उच्चायुक्त बेरी ओ-फारेल ने कहा है कि आस्ट्रेलिया के नए प्रधानमंत्री एंथनी एल्बेनीज भारत से अपरिचित नहीं हैं। वह 1991 में पर्यटक के रूप में और 2018 में संसदीय दल के साथ भारत आ चुके हैं। उनकी सरकार में दोनों देशों के रणनीतिक और मैत्री संबंध ज्यादा सुदृढ़ होने की उम्मीद है।