
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज एक दिवसीय दौरे पर कोलकाता पहुंचेंगी। इस दौरान वह रक्षा पीएसयू गार्डनरीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लि. (जीआरएसइ) द्वारा भारतीय नौसेना के लिए निर्मित स्वदेशी युद्धपोत विंध्यगिरि का जलावतरण करेंगी। नौसेना में इस युद्धपोत के शामिल होने से उसकी ताकत में काफी इजाफा होगा। केंद्र सरकार के मेक इन इंडिया पहल के तहत पूर्णत: स्वदेशी तकनीक से इस अत्याधुनिक युद्धपोत का निर्माण किया गया है।
नौसेना ने एक बयान में कहा, जुलाई 1981 से जून 2012 तक अपनी लगभग 31 वर्षों की सेवा के दौरान पुराने विंध्यागिरि (आईएनएस विंध्यागिरी) ने विभिन्न चुनौतीपूर्ण संचालन और बहुराष्ट्रीय अभ्यास देखे थे। विंध्यगिरि स्वदेशी रक्षा क्षमताओं के भविष्य की ओर खुद को आगे बढ़ाते हुए अपनी समृद्ध नौसैनिक विरासत को अपनाने के भारत के दृढ़ संकल्प के प्रतीक के रूप में खड़ी है। परियोजना 17ए कार्यक्रम के तहत मझगांव डॉक लिमिटेड (एमडीएल) द्वारा कुल चार जहाज और जीआरएसई द्वारा तीन जहाज निर्माणाधीन हैं।