
बांग्लादेश की राजनीति में दशकों तक आमने-सामने रहीं दो दिग्गज नेताओं—शेख हसीना और खालिदा जिया—की लंबी प्रतिद्वंद्विता एक भावुक क्षण पर आकर थम गई। पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया के निधन पर निर्वासन में रह रहीं शेख हसीना ने गहरा दुख व्यक्त किया है और इसे देश की राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति बताया है।
शेख हसीना का यह शोक संदेश आवामी लीग के आधिकारिक एक्स (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट के माध्यम से साझा किया गया। पोस्ट में उन्होंने खालिदा जिया को बांग्लादेश के राजनीतिक इतिहास की एक महत्वपूर्ण शख्सियत के रूप में याद किया।
अपने संदेश में शेख हसीना ने कहा कि खालिदा जिया बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं और देश में लोकतंत्र की स्थापना व मजबूती के लिए उनके प्रयास उल्लेखनीय रहे। उन्होंने लिखा कि एक महिला प्रधानमंत्री के रूप में खालिदा जिया का राष्ट्र के प्रति योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा।
हसीना ने यह भी कहा कि राजनीतिक मतभेदों के बावजूद खालिदा जिया की भूमिका और योगदान को नकारा नहीं जा सकता। उनके निधन से बांग्लादेश की राजनीति ने एक ऐसा अध्याय खो दिया है, जिसने देश की दिशा और दशा को दशकों तक प्रभावित किया।