
रूस ने खार्कीव से सैन्य टुकड़ियां हटाकर उन्हें डोनबास (डोनेस्क और लुहांस्क) में तैनात किया है। इससे इलाके में पहले से लड़ रही रूसी सेना को फायदा मिला है और अब वह कई किलोमीटर आगे ब़़ढी है। इजियम शहर के बाहर फिर से लड़ाई तेज हुई है। रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण यह शहर कुछ दिन पहले रूसी सेना के कब्जे में चला गया था। पोलैंड सीमा के नजदीक के यूक्रेनी हिस्से पर बीती रात रूसी सेना ने मिसाइल हमला कर एक सैन्य ठिकाने को नुकसान पहुंचाया है। मारीपोल की स्टील फैक्ट्री पर कब्जे के लिए ल़़डाई जारी है।
रूसी सेना का ध्यान अब डोनबास पर
कीव और खार्कीव पर कब्जे में विफल रही रूसी सेना का ध्यान अब डोनबास पर पूर्ण नियंत्रण की ओर है। इसमें उसे यूक्रेनी सेना के क़़डे प्रतिरोध के बीच सफलता भी मिल रही है। रविवार को रूसी सेना डोनबास के सीमावर्ती इलाके में स्थित लीमन, सीविरोडोनेस्क, अवदिव्का और कुराखीव में आगे ब़़ढी है।
यूक्रेन को मिली अमेरिका की अत्याधुनिक तोप
यूक्रेन को जल्द ही अमेरिका की अत्याधुनिक एम–777 हावित्जर तोपों की ब़़डी खेप मिलेगी और उनकी तैनाती युद्ध के अग्रिम मोर्चो पर होगी। इनमें से पहली तोप यूक्रेन को मिल भी गई है। यह बात कीव स्थित अमेरिकी दूतावास ने कही है। अमेरिका ने यूक्रेन को 90 तोपें देने का फैसला किया है। ये तोपें अमेरिका की 80 करोड़ डालर (करीब 6,200 करोड़ रपये) की सैन्य मदद का हिस्सा हैं जिसे उसने यूक्रेन को देने का फैसला किया है। अपनी लंबी दूरी की मार और सटीक निशाना लगाने के लिए प्रसिद्ध यह तोप युद्ध के मैदान में रूसी सेना की मुश्किलें ब़़ढा सकती है। अमेरिकी दूतावास ने इस तोप को चलाने का प्रशिक्षण ले रहे यूक्रेनी सैनिकों का वीडियो पोस्ट किया है