
बवाना में बृहस्पतिवार शाम फॉयल पेपर बनाने वाली एक फैक्टरी में सिलिंडर में धमाके के बाद आग लग गई। आग बुझा रहे पांच कर्मचारी झुलस गए, जिसमें एक की हालत नाजुक बनी हुई है। मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों और पुलिस ने झुलसे पांचों को पास के अस्पताल में भर्ती कराया जहां से एक को लोकनायक अस्पताल में रेफर कर दिया गया।
दमकल कर्मियों ने छह गाड़ियों की मदद से डेढ़ घंटे में आग पर काबू पा लिया। पुलिस लापरवाही का मामला दर्ज कर आग लगने के कारणों और नुकसान का आकलन कर रही है। फैक्टरी में आग बुझाने के उपकरण नहीं लगे थे। पुलिस फैक्टरी मालिक को हिरासत में लेकर उससे पूछताछ कर रही है।
पुलिस के मुताबिक, बृहस्पतिवार शाम 4 बजे बवाना के एफ ब्लॉक में स्थित फॉयल पेपर बनाने वाली फैक्टरी में आग लगने और दो कर्मचारियों के फंसे होने की जानकारी मिली। पुलिस और दमकल कर्मी मौके पर पहुंचे। आग भूतल पर लगी थी। वहां काम करने वाले कर्मचारी टंकी के पानी से आग बुझाने की कोशिश करने लगे।
पुलिस ने बताया कि आग तेजी से सिलिंडर तक पहुंच गई और उसमें धमाका हो गया। धमाके में पांच कर्मचारी झुलस गए। इनकी पहचान धर्मेंद्र, सिंटू, करण, बबलू झा और गुलशन के रूप में हुई। सभी को महर्षि वाल्मीकि अस्पताल में भर्ती कराया गया। गंभीर रूप से झुलसे बबलू को लोक नायक अस्पताल में रेफर कर दिया गया।
जांच करने पर पता चला कि फैक्टरी में आग बुझाने के उपकरण नहीं लगे थे। पुलिस ने फैक्टरी मालिक के खिलाफ लापरवाही का मामला दर्ज कर जांच कर रही है।
पांच मंजिला इमारत में आग, कोई हताहत नहीं
दक्षिण दिल्ली के हौजखास में शुक्रवार शाम बड़ा हादसा होते-होते बचा। यहां पांच मंजिला एक इमारत के ग्राउंड फ्लोर पर लगे बिजली के मीटर में आग लग गई थी। आग के समय इमारत में करीब 20 लोग थे। तुरंत सभी को बाहर निकाल लिया गया। कुछ लोग आग लगने की सूचना मिलते ही खुद ही बाहर आ गए थे।
दमकल विभाग की दो गाड़ियों ने करीब 20 मिनट में आग पर काबू पा लिया। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अगर समय से आग पर काबू नहीं पाया जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था। आग में कोई हताहत नहीं हुआ।
दक्षिण जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार, हौजखास के गौतम नगर स्थित इमारत नंबर-121 में आग लगने की सूचना शुक्रवार शाम साढ़े चार बजे मिली थी। आग बिजली के मीटर में लगी थी। पांच मंजिला इस इमारत में दस परिवार रहते हैं।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार आग के समय इमारत में करीब 20 लोग थे। आग लगते ही सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। कुछ लोग खुद ही बाहर आए गए थे। इमारत से निकलने पर किसी को कोई परेशानी नहीं हुई।