राजधानी में एहतियाती खुराक के मामलों में दिल्ली वालों का ग्राफ गिरा है। इस कड़ी में टीके की खुराक का आंकड़ा एक महीने पीछे पहुंच गया है। यही वजह है कि बीते माह के मुकाबले इस सप्ताह खुराक लेने वालों का आंकड़ा 60 हजार से भी नीचे पहुंच गया है, जबकि बीते 30 दिन पहले एहतियाती खुराक लेने वालों का आंकड़ा 71 हजार से अधिक था।
केंद्र सरकार ने बीते माह 10 अप्रैल को 18 से 59 वर्ष के लोगों के लिए एहतियाती खुराक की अनुमति दी थी। इससे पहले 60 वर्ष से अधिक लोगों, स्वास्थ्य कर्मियों व फ्रंटलाइन कर्मचारियों को टीका दिया जा रहा था। हालांकि, केंद्र सरकार ने इस खुराक को निशुल्क नहीं किया था। इस वजह से दिल्ली में हर व्यक्ति को खुराक लेने के लिए 368 रुपये खर्च करने पड़ रहे थे। दिल्ली सरकार ने 21 अप्रैल को एहतियाती खुराक को 18 से 59 वर्ष के आयु के लोगों के लिए निशुल्क कर दिया था, जिसके बाद एहतियाती खुराक लेने वालों के आंकड़ों में बढ़ोतरी दर्ज की गई थी।
आंकड़ों में गिरावट के कई कारण
विशेषज्ञों का कहना है कि आंकड़ों में गिरावट आने के कई कारण हैं। दिल्ली में एहतियाती खुराक लेने वाले अधिकतर मरीज धीरे-धीरे पूरे हो रहे हैं। वहीं, अब लोग भी टीकाकरण केंद्रों पर कम पहुंच रहे हैं। यह भी एक खुराक लेने वालों की संख्या में कमी का कारण हो सकता है। गौरतलब है कि दिल्ली में एहतियाती खुराक को पहले सिर्फ निजी अस्पताल व निजी केंद्रों पर शुरू किया गया था, लेकिन बाद में दिल्ली सरकार ने इसे सरकारी केंद्रों पर निशुल्क करते हुए निजी केंद्रों पर भी सुविधा को बरकरार रखा था। बीते 24 घंटे में 9588 लोगों ने एहतियाती खुराक ली है। वहीं, अब तक 1045317 लोग एहतियाती खुराक ले चुके हैं।
कोरोना के 403 नए मामले, एक मौत
राजधानी में बीते 24 घंटे में कोरोना के 403 नए मामले मिले और एक मरीज की मौत हो गई। नए मामलों के साथ संक्रमण दर 1.76 फीसदी दर्ज की गई। वहीं, 503 रोगी स्वस्थ हो गए। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, बीते एक दिन में कोरोना के 22837 टेस्ट किए गए हैं। इसमें से 15306 आरटी-पीसीआर व 7531 एंटीजन टेस्ट हुए हैं। सक्रिय मरीजों की संख्या 1661 है, जिसमें से 1180 मरीज होम आइसोलेशन में उपचाराधीन हैं। वहीं, अस्पतालों में 102 मरीज हैं। इसमें आईसीयू में 26, ऑक्सीजन सपोर्ट पर 35 व वेंटिलेटर पर तीन मरीज भर्ती हैं।