
पाकिस्तान की डांवाडोल अर्थव्यवस्था के चलते हालात खराब होते जा रहे हैं। पाकिस्तान में बिजली बचाने के लिए एक अभूतपूर्व कदम उठाया गया है। पाकिस्तानी समाचार चैनल जियो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक ऊर्जा बचाने को लेकर पाकिस्तान की नेशनल इकोनामिक काउंसिल (Pakistan National Economic Council, NEC) ने देश भर के बाजारों को रात 8:30 बजे से बंद करने का आदेश देने का फैसला किया है। एनईसी ने बुधवार को प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में एक बैठक के दौरान यह निर्णय लिया।
समाचार एजेंसी आइएएनएस ने जियो न्यूज के हवाले से बताया है कि शहबाज शरीफ समेत सभी प्रांतों के मुख्यमंत्रियों ने इस बैठक में शिरकत की। नेशनल इकोनामिक काउंसिल (Pakistan National Economic Council, NEC) ने बुधवार को प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में हुई इस बैठक के दौरान उक्त निर्णय लिया। अभी ठीक एक दिन पहले ही राष्ट्रपति आरिफ अल्वी (Pakistan President Arif Alvi) की शहबाज शरीफ के साथ बैठक हुई थी जिसमें NEC के पुनर्गठन को मंजूरी दी गई।
बैठक में बलूचिस्तान, खैबर पख्तूनख्वा और पंजाब के मुख्यमंत्रियों ने भाग लिया। खैबर पख्तूनख्वा प्रांत (Khyber Pakhtunkhwa) का प्रतिनिधित्व सूबे के मुख्य सचिव शहजाद खान (Shehzad Khan) ने किया। जारी बयान के मुताबिक मुख्यमंत्रियों ने ऊर्जा संकट से निपटने के लिए केंद्र सरकार की ओर से उठाए जा रहे कदमों की सराहना की। चारों प्रांतों ने देश में गहराते ऊर्जा संकट को थामने के लिए रात 8.30 बजे बाजार बंद करने के प्रस्ताव पर रजामंदी जताई।गौर करने वाली बात यह भी कि बिजली संकट का सामना कर रहे पाकिस्तान ने खपत घटाने के लिहाज से बुधवार से इस्लामाबाद में रात दस बजे के बाद होने वाली शादियों पर भी रोक लगा दी है। मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के निर्देश पर संघीय सरकार ने इस्लामाबाद पुलिस व प्रशासन को प्रतिबंध को कड़ाई से लागू करने की हिदायत दी है। उल्लंघन पर कड़ा दंड दिया जाएगा। जियो न्यूज के अनुसार इसके अतिरिक्त शादी में मेहमानों को केवल एक व्यंजन परासने की अनुमति होगी।
इस नए प्रतिबंध को लेकर अधिसूचना जारी की जाएगी। दूसरी ओर सूचना एवं प्रसारण मंत्री मरयम औरंगजेब ने बताया कि कैबिनेट ने सरकारी कार्यालयों में शनिवार को साप्ताहिक अवकाश बहाल करने की अनुमति दे दी है। अब कर्मचारी शुक्रवार को वर्क फ्राम होम भी कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि कैबिनेट में बिजली संकट से निपटने को लेकर भी चर्चा की गई। हालांकि बिजली बचाने के लिए शाम सात बजे के बाद बाजार बंद करने को लेकर कोई निर्णय नहीं हुआ।