
रूस-यूक्रेन युद्ध में रूसी सेना ने मंगलवार को दोनेस्क क्षेत्र में हवाई हमले बढ़ा दिए हैं। उसने बखमुत, चासिव यार, स्लोवियास्क व कोस्त्यंतिनिव्का शहरों पर भीषण मिसाइल हमले किए। यूक्रेन ने कहा कि रूसी सेना ने शहरी क्षेत्रों के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिक ठिकानों पर भी हमले बढ़ा दिए हैं।
यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा कि रूस ने ओडेसा और माइकोलीव क्षेत्रों में मंगलवार को मिसाइल हमले तेज कर दिए हैं। यूक्रेनी अनाज निर्यात को फिर से शुरू करने की अनुमति देने संबंधी समझौते के कुछ दिन बाद ही ओडेसा बंदरगाह पर हमले बढ़ गए हैं।
यूक्रेन की दक्षिण ऑपरेशनल कमांड ने फेसबुक पर कहा, काला सागर से यूक्रेनी शहरों पर बड़े पैमाने पर मिसाइल हमले हुए हैं। यहां तटीय बस्तियों में इन हमलों के कारण कई घर आग में स्वाहा हो गए। बचावकर्मी घटनास्थल पर काम कर रहे हैं। हालांकि नागरिकों को बंकरों में जगह देने के चलते किसी के हताहत होने की खबर नहीं है।
यूरोप को रूसी गैस आपूर्ति 20 फीसदी कम
रूसी ऊर्जा कंपनी गजप्रोम ने कहा है कि नॉर्ड स्ट्रीम-1 पाइपलाइन से यूरोप में गैस का प्रवाह बुधवार से 20 फीसदी तक कम हो जाएगा। कंपनी ने इसका कारण रखरखाव से जुड़े मुद्दों को बताया। उधर यूरोपीय संघ के ऊर्जा प्रमुख ने इसे राजनीति से प्रेरित बताया।
ग्वाटेमाला यूक्रेन के साथ
लैटिन अमेरिकी देश ग्वाटेमाला के राष्ट्रपति एलेहांद्रो जियामत्तई ने कीव पहुंचकर राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात की और अपनी एकजुटता प्रदर्शित की। वह यूक्रन की यात्रा करने वाले पहले लैटिन अमेरिकी राष्ट्रपति बन गये हैं। कई लैटिन अमेरिकी नेताओं ने यूक्रेन पर रूसी हमले पर कोई रुख अपनाने से परहेज किया है। ऐसा संभवत: रूस के साथ इन देशों के दशकों पुराने रिश्ते के कारण हुआ है। जबकि जियामत्तई ने कहा, हम यूक्रेन के साथ डटकर खड़े हैं। ग्वाटेमाला न तो चुप है और न चुप रहेगा।
जर्मनी की पहली वायु रक्षा प्रणाली पहुंची यूक्रेन
यूक्रेनी रक्षामंत्री ओलेक्सी रेजनिकोव ने घोषणा की है कि जर्मनी से पहली गेपर्ड वायु रक्षा प्रणाली यूक्रेन पहुंच गई है। यूक्रेन ने भी हजारों राउंड गोला-बारूद मिलने की पुष्टि की है। ये विमान-रोधी प्रणालियां हैं। रेजनिकोव ने कहा, हम अपने आसमान की रक्षा क्षमता को मजबूत करेंगे। बता दें, गेपर्ड रक्षा प्रणाली जर्मनी ने नाटो के अन्य सदस्य देशों के साथ मिलकर विकसित की हैं। उन्होंने कहा कि जर्मनी दुश्मन के तोपखाने का पता लगाने के लिए यूक्रेन को रडार प्रणाली भी मुहैया कराएगा।