चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने कहा कि देश को राष्ट्रीय सुरक्षा की स्थिति में बढ़ती अस्थिरता और अनिश्चितता का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि चीनी सेना (China Army)का नेतृत्व सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के प्रति वफादार विश्वसनीय लोगों द्वारा किया जाना चाहिए ताकि दुनिया के सबसे बड़े सैन्य बल पर अपना पूर्ण नेतृत्व सुनिश्चित किया जा सके।
शी ने पीएलए की स्थापना की 95वीं वर्षगांठ से पहले (1 अगस्त) सेवाकर्मियों को बधाई दी। चीनी राष्ट्रपति की यह टिप्पणी तब आई जब चीन ने अमेरिका की हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी की ताइवान की योजनाबद्ध यात्रा पर तनाव बढ़ा दिया, जिसे बीजिंग अपनी मुख्य भूमि के हिस्से के रूप में दावा करता है।
अपने सैनिकों के नाम संबोधन में चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग ने कहा कि सशस्त्र बलों को विश्वस्तरीय सेना बनाने के लिए कर्मियों की रणनीति का बहुत महत्व है। आने वाले पांच वर्षों में देश की सेना के लिए महत्वपूर्ण कार्य पीएलए के शताब्दी उद्देश्यों को प्राप्त करना है। उन्होंने कहा कि सैन्य प्रतिभा को बढ़ावा देने के काम को व्यापक रूप से मजबूत किया जाना चाहिए।
चीन ने ताइवान (Taiwan) के सामने किया सैन्य अभ्यास
चीन की न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, चीनी सैनिकों ने ताइवान (Taiwan) द्वीप के सामने सैन्य अभ्यास किया। बताया जा रहा है कि यह अभ्यास शनिवार को सुबह 8 बजे से रात 9 बजे तक हुआ। इससे पहले चीन ने अमेरिका की प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी को ताइवान द्वीप की यात्रा को रद्द करने की चेतावनी दी थी। ऐसे में इस सैन्य अभ्यास के जरिए चीन यह संदेश देना चाहता है कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) स्वतंत्रता समर्थक गतिविधियों को रोकने के लिए कड़े कदम उठा सकती है।
चीन की आधिकारिक शिन्हुआ समाचार एजेंसी के मुताबिक, फुजियान प्रांत के पिंगटन द्वीप के पास सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी की सैन्य शाखा पीएलए ने लाइव फायर अभ्यास किया। इस दौरान समुद्री सुरक्षा प्रशासन ने जहाजों को इस क्षेत्र में नहीं जाने की चेतावनी दी।