Monkeypox: कैलिफोर्निया में मंकीपॉक्स का कहर, आपातकाल की घोषणा,

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अमेरिका में मंकीपॉक्स का बड़ी तेजी से प्रसार हो रहा है। कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूजॉम ने मंकीपॉक्स के प्रकोप से निपटने के लिए राज्य में आपातकाल की घोषणा कर दी है। यह कदम उठाने वाला वह तीन दिनों में दूसरा राज्य बन गया है। 

गवर्नर गेविन न्यूजॉम ने कहा, हम अधिक टीकों को सुरक्षित करने, जोखिम कम करने को लेकर जागरूकता बढ़ाने और समलैंगिक समुदाय (Gay Community) के साथ खड़े होने के लिए संघीय सरकार के साथ काम करना जारी रखेंगे। बता दें, यह बीमारी लंबे समय तक त्वचा के त्वचा से निकट संपर्क से फैलता है जिसमें गले लगाना, गले लगाना और चूमना, साथ ही बिस्तर, तौलिये और कपड़ों को साझा करना शामिल हो सकता है। 

रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के ताजा अपडेट के मुताबिक, कैलिफोर्निया में कुल मंकीपॉक्स (Monkeypox) के मामले वर्तमान में 827 थे, जो 1,390 मामलों के साथ सबसे बुरी तरह प्रभावित न्यूयॉर्क राज्य के बाद दूसरी सर्वाधिक संख्या है। यहां पुरुषों में 98.3 फीसदी सकारात्मक मामले थे जिनमें अधिकांश समलैंगिक समुदाय के हैं।

टीकों की आपूर्ति कम
गवर्नर के कार्यालय ने कहा कि कैलिफोर्निया ने अब तक प्राप्त कुल 61,000 खुराक में से वैक्सीन की 25,000 से अधिक खुराक वितरित की हैं। विशेष रूप से जाईनोस वैक्सीन की पूरे देश में कम आपूर्ति है।

त्वचा पर दिखाई देते हैं ये लक्षण
मंकीपॉक्स (Monkeypox) के दौरान तेज बुखार आता है, जो सामान्य रूप से भी लोगों को आ जाता है। थकान, बदन और सिर दर्द, मांसपेशियों में दर्द भी सामान्य बात है। सिर्फ त्वचा पर दिखाई देने वाले लाल चकत्तों या पस भरे हुए लाल दानों के उभरने से ही मंकीपॉक्स (Monkeypox) का शक पैदा होता है और मरीज इसकी जांच कराता है। हालांकि यह यह अलग बात है कि मंकीपॉक्स का वायरस शरीर में जाने के बाद लक्षण पैदा करने या अपना असर दिखाने में कुछ समय लगाता है, जो वायरस का इनक्यूबेशन पीरियड कहलाता है।

मंकीपॉक्स के इन्क्यूबेशन पीरियड को लेकर अभी तक कई अनुमान जताए गए हैं। ऐसे में 6 से 13 दिन या 5 से 21 दिन पहले संपर्क में आने के बाद इसका संक्रमण देखा जा सकता है। लिहाजा लक्षण न आ पाने के चलते इस वायरस के संक्रमण को पहचानना तो काफी मुश्किल है, लेकिन एक बात तय कि अगर किसी के अंदर यह वायरस पहुंच चुका है लेकिन लक्षण प्रकट नहीं हुए हैं। ऐसी स्थिति में अगर कोई स्वस्थ व्यक्ति इस संक्रमित के बेहद करीब रहता है तो वह भी प्रभावित हो सकता है।

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