
मध्यप्रदेश के दक्षिणी भाग यानी इंदौर, जबलपुर और नर्मदापुरम में दो दिन से अच्छी बारिश हो रही है। भोपाल में देर शाम और देर रात को पानी गिरा। 24 घंटे में बैतूल में बारिश ने कहर ढा दिया। बैतूल के छोटे महादेव भोपाली में सोमवार को मेला लगा था। मेला स्थल तक पहुंचने के लिए पहाड़ी नदी को पार करना पड़ता है। लोग नदी पार कर कर रहे थे, तभी अचानक बाढ़ आ गई। 5-6 लोग बीच नदी में फंस गए। सभी एक टूटे पेड़ का सहारा लेकर खड़े हो गए। बैतूल के सागर प्रजापति रस्सी लेकर नदी में कूदे और पेड़ से रस्सी को बांधकर दूसरे सिरे पर खड़े लोगों रस्सी पकड़ा दी। रस्सी के सहारे लोग नदी के बीच से बाहर आ सके।
बैतूल जिले में आठनेर मार्ग पर मासोद के पास अंभोरा नदी की पुलिया टूटकर दो हिस्सों में बंट गई। रास्ता बंद हो गया। शाहपुरा इलाके में बारिश के बीच बिजली गिरने से 13 बकरियों की मौत हो गई। दो चरवाहे घायल हो गए। जिले के प्रभातपट्टन में दो घंटे में 4 इंच पानी गिर गया। 40 मकानों को नुकसान हुआ। सुखतवा पुल पर पानी आने से नागपुर हाईवे 4 घंटे बंद रहा।
बैतूल-पचमढ़ी में हो रही अच्छी बारिश की वजह से नर्मदापुरम में तवा डैम के गेट खोलना पड़े। रतलाम के करमदी में सोमवार शाम बारिश से उफनाए नाले में बाइक सवार पिता-पुत्र बह गए। लोगों ने दोनों को बचाया। रतलाम-झाबुआ मार्ग पर करमदी में रपटे के ऊपर से पानी बह रहा था।