
पूरे पंजाब के सभी 27 डिपो में रविवार सुबह से तीन दिन के लिए पंजाब रोडवेज और पनबस कर्मचारी हड़ताल पर चले गए। पनबस तथा पीआरटीसी कॉन्ट्रेक्ट वर्कर यूनियन की ओर से अपनी मांगों को लेकर पूरे पंजाब में 3 दिन के लिए चक्का जाम किया जा रहा है।
यूनियन के नेताओं जोध सिंह और बलजीत सिंह ने बताया कि यूनियन की बहुत सी मांगों के प्रति अधिकारी और सरकार गंभीरता नहीं दिखा रही है। पिछले काफी समय से बार-बर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। इस बीच कुछ सरकारी प्रतिनिधि संगठन के नेताओं को चंडीगढ़ बुलाकर बात भी करते हैं लेकिन सारी बातचीत बेनतीजा हो जाती है। काफी समय बीत जाने के बाद भी आज तक उनकी मांग को पंजाब सरकार द्वारा पूरा नहीं किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार आउट सोर्सिंग के जरिए नए वर्करों की भर्ती करने जा रही है। जबकि सालों पुराने कॉन्ट्रेक्ट वर्करों को रेगुलर नहीं दिया जा रहा है। राज्य से कम से कम 10 हजार नई बसें चलाई जाएं। इस संबंध में पिछली सरकार के समय पर कुछ बसें चलाई गई थी जो बहुत ही कम हैं। यूनियन नेताओं ने कहा कि महिलाओं के लिए सरकार द्वारा फ्री बस सेवा दी गई है लेकिन उसके मुकाबले बसों की संख्या बहुत ही कम है। अपनी आवश्यक मांगों को लेकर पनबस तथा पीआरटीसी कॉन्ट्रेक्ट वर्कर यूनियन द्वारा रविवार से तीन दिन के लिए पनबस के 18 डिपो और पीआरटीसी के 9 डिपो समेत पूरे पंजाब के 27 डिपो को पूरी तरह से चक्का जाम किया जा रहा है।
नेताओं ने बताया कि 15 अगस्त को मुख्यमंत्री भगवंत मान जब लुधियाना में स्वतंत्रता दिवस पर झंडा फहराने आएंगे तो उनको वहां पर काले झंडे दिखाए जाएंगे और अपनी मांगों के बारे में अवगत करवाया जाएगा।