
24वें फेडरेशन कप सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2019 में डिस्कस थ्रो में 65 मीटर बैरियर को पार करने वाली पहली भारतीय महिला कमलप्रीत कौर पर तीन साल का बैन लगा दिया है। यह बैन ऐथलेटिक्स इंटिग्रिटी यूनिट (AIU) की तरफ से लगाया गया है। उन पर डोप टेस्ट में फेल होने का आरोप है। उन पर लगा यह बैन 7 मार्च 2022 से शुरू है और इसके बाद खेली गई किसी भी प्रतियोगिता में उनका भाग लेना वैध नहीं माने जाएंगे।
मिली जानकारी के अनुसार, इसी साल मई में AIU द्वारा करवाए गए एक डोप टेस्ट के दौरान कमलप्रीत पॉजीटिव पाई गई थी। जिसके बाद कमलप्रीत पर कार्रवाई शुरू की गई थी। तब उस पर अस्थाई बैन लगाया गया था। इतना ही नहीं, कमलप्रीत ने अपनी गलती मान भी ली थी और उन्हें इसका फायदा भी मिला है। अगर कमलप्रीत मई 2022 में अपनी गलती ना मानती तो उन पर लगा यह बैन 4 साल का हो सकता था। गलती मानने पर उनकी सजा में एक साल की कमी की गई है।
स्टेनोजोलोल का किया था सेवन
AIU की तरफ से जो टेस्ट करवाया गया, उसमें स्टेनोजोलोल नाम का स्टेरॉयड पाया गया। यह एक तरह का स्टेरॉयड होता है, जिसका सेवन विश्व एथलेटिक्स के नियमों के अनुसार गलत है। बताने योग्य है कि कमलप्रीत कौर का यह सैंपल 7 मार्च को पटियाला में लिया गया था। इसके बाद उनके कई सप्लीमेंट टेस्ट भी कराए गए थे।
ओलिंपिक्स में रही थी 6ठे स्थान पर
पिछले साल 19 मार्च को पटियाला में 65.06 मीटर की थ्रो के साथ कौर ने नेशनल रिकॉर्ड बनाया था। इसके बाद पटियाला में अकेले हिस्सा लेते हिस्सा लेते हुए 66.59 मीटर का थ्रो किया था। टोक्यो ओलंपिक में 64 मीटर की थ्रो के साथ कौर ने फाइनल में जगह बनाई थी। हालांकि, फाइनल में 63.70 मीटर की थ्रो के साथ वह छठे स्थान पर रही थीं।