
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बार दिवाली मनाने के लिए केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के कारगिल क्षेत्र में पहुंचे हैं। यहां सेना के उच्च अधिकारियों ने उनका स्वागत किया। इस दौरान प्रधानमंत्री ने सीमा प्रहरियों को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान के साथ एक भी लड़ाई ऐसी नहीं हुई है। जहां कारगिल ने विजय ध्वज न फहराया हो। दिवाली का अर्थ है कि आतंक के अंत के साथ उत्सव। यही कारगिल ने भी किया था। उन्होंने कहा कि हम युद्ध को अंतिम विकल्प मानते हैं, पर सामर्थ्य के बिना शांति संभव नहीं हो सकती।
भारत माता की जय और वंदे मातरम के उद्घोष के साथ उन्होंने जवानों का उत्साह बढ़ाया। पीएम मोदी ने सैनिकों को जोश से भरपूर कविता भी सुनाई। वहीं, अपने संबोधन में उन्होंने जवानों को अपना परिवार बताया। पीएम ने कहा, लोग दिवाली पर्व अपने परिवार के साथ मनाते हैं। जवान ही मेरा परिवार हैं, इसलिए मैं अपने परिवार के साथ दिवाली मनाने आया हूं। आपके सामर्थ्य से देश में शांति और सुरक्षा है। आपके पराक्रम की वजह से हमारे पर्वों में चार चांद लग जाते हैं। उन्होंने कहा कि अगर देश का जवान स्वदेशी हथियार का इस्तेमाल करेगा तो दुश्मन का परास्त होना तो तय होगा ही, जवान का हौसला भी दस गुना बढ़ जाएगा।
पीएम मोदी ने कहा, मेरे लिए तो वर्षों-वर्ष से मेरा परिवार आप ही सब ( सैनिक) हैं। मेरी दीपावली की मिठास आप के बीच बढ़ जाती है, मेरी दीपावली का प्रकाश आपके बीच है। आगे कहा कि देश सुरक्षित तभी होता है, जब बॉर्डर सुरक्षित हो। अर्थव्यवस्था सशक्त हो और समाज आत्मविश्वास से भरा हो। हाल ही में ईसरो ने ब्रॉडबेंड का विस्तार करते हुए करीब 36 सैटेलाइट स्पेस में छोड़े। पिछले सात-आठ साल में देश की अर्थव्यवस्था भी 10वें पायदान से पांचवें स्थान पर पहुंची है। ये सफलताएं सभी को गर्व करने का मौका देती हैं। सेना के जवान भी खुश होते हैं।