
सामूहिक दुष्कर्म के मामले में आरोपित अंडमान निकोबार द्वीपसमूह के पूर्व मुख्य सचिव जितेंद्र नारायण से एसआइटी ने शुक्रवार को आठ घंटे तक पूछताछ की। नारायण से पोर्ट ब्लेयर में पुलिस लाइन में पूछताछ की गई। कलकत्ता हाई कोर्ट के जस्टिस बिबेक चौधरी और जस्टिस प्रसेनजीत बिस्वास की अवकाशकालीन पीठ ने नारायण को गिरफ्तारी से 14 नवंबर तक राहत दी है। साथ ही मामले की जांच कर रही एसआइटी को उनसे पूछताछ करने की अनुमति दी थी।
21 साल की महिला की शिकायत पर नारायण के खिलाफ एक अक्टूबर को पुलिस ने केस दर्ज किया था। महिला ने आरोप लगाया है कि सरकारी नौकरी दिलाने के बहाने से उसे नारायण के घर ले जाया गया था। वहां 14 अप्रैल और एक मई को नारायण और वरिष्ठ अधिकारियों ने उसके साथ दुष्कर्म किया।
इस मामले में श्रम आयुक्त आरएल ऋषि, एक पुलिस इंस्पेक्टर और होटल मालिक भी आरोपित है। शुक्रवार को एसआइटी ने पुलिस इंस्पेक्टर से भी पूछताछ की।14 नवंबर को पोर्ट ब्लेयर में दुर्गापूजा के बाद कलकत्ता हाई कोर्ट की सर्किट पीठ की पहली बैठक होगी। सर्किल पीठ ही नारायण के मामले में आगे की कार्रवाई तय करेगी।