
कोरोना के बढ़ते मामलों से देश चिंतित है। केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोविड टेस्टिंग बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। लेकिन पंजाब सरकार रवैया इसमें सुस्त है। 22 दिसंबर को पंजाब के 9 जिलों में कोरोना टेस्टिंग के लिए सैंपलिंग 50 से भी कम रही। यहां तक कि 2 जिले फरीदकोट और फाजिल्का में तो केवल 4-4 लोगों की ही कोरोना जांच की गई।
पॉजिटिव मरीजों की संख्या 9
22 दिसंबर को अमृतसर और संगरूर में 1-1 नया कोविड पॉजिटिव मरीज पाया गया। इससे कुल पॉजिटिव मरीजों की संख्या दोबारा 9 हो गई है। जबकि 20 दिसंबर को अमृतसर से ही एक कोरोना पेशेंट को डिस्चार्ज करने से यह संख्या 8 रह गई थी। जबकि 22 दिसंबर को रोपड़ से एक कोविड पेशेंट को डिस्चार्ज किया गया है।
2462 सैंपल लिए, 2484 टेस्ट किए
22 दिसंबर को पूरे पंजाब में 2462 कोविड सैंपल लिए गए। जबकि कोविड टेस्ट 2484 किए गए। इनमें 2टेस्ट पॉजिटिव पाए गए हैं। सबसे अधिक कोविड टेस्ट जालंधर 451, अमृतसर 322 और होशियारपुर 310 के अलावा तरनतारन में 240 किए गए हैं।
कोविड टेस्टिंग में तेजी नहीं
केंद्र सरकार के अलर्ट करने से पहले पंजाब में औसतन 2500 कोविड टेस्ट किए जा रहे थे। लेकिन केंद्र के टेस्ट बढ़ाने के निर्देशों के बावजूद भी पंजाब सरकार की कोरोना से निपटने की रफ्तार धीमी बनी है। क्योंकि बीती 21 दिसंबर को पंजाब में औसत से केवल 349 कोविड टेस्ट ही अधिक हुए थे। जबकि 22 दिसंबर को इनकी औसत संख्या 2500 से भी कम होकर 2484 पर पहुंच गई। इससे पंजाब सरकार के स्वास्थ्य विभाग की कोरोना से निपटने की तेज प्रक्रिया पर सवाल बने हुए हैं।
CM भगवंत मान आज करेंगे मीटिंग
कोरोना के खतरे के मद्देनजर पंजाब सरकार ने पूरी तरह अलर्ट होने का दावा किया है। तैयारियों की समीक्षा के लिए CM पंजाब भगवंत मान ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ आज मीटिंग करेंगे। इससे पहले यह मीटिंग 22 दिसंबर को की जानी थी। लेकिन किन्हीं कारणवश मीटिंग को स्थगित करना पड़ा था।