
लगातार दो लोकसभा चुनाव जीतकर केंद्र में सत्तासीन भाजपा ने 2024 आम चुनाव में ‘हैट्रिक’ लगाने की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए पार्टी दक्षिण भारत में ज्यादा जोर लगाने में जुटी है। दक्षिण में कर्नाटक में पैर जमा चुकी भाजपा अब अन्य दक्षिणी राज्यों में भी विस्तार में लगी है। पार्टी ने 2024 लोकसभा चुनाव में दक्षिण भारत में 60 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, दक्षिण भारत में 50 से अधिक सीटों पर भाजपा अपने अनुभवी कार्यकर्ताओं को तैनात कर रही है। इस संबंध में उनका प्रशिक्षण कुछ दिन पहले हैदराबाद में कराया गया था। केरल में 20, आंध्र प्रदेश में 25, तमिलनाडु में 39, तेलंगाना में 17 और कर्नाटक में 28 लोकसभा सीटें हैं। सूत्रों के मुताबिक, भाजपा ने प्रशिक्षण शिविर में दक्षिणी राज्यों की करीब 60 लोकसभा सीटों को लक्ष्य करने की पूरी योजना तैयार की है। प्रशिक्षण शिविर में भाजपा के वरिष्ठ नेता बीएल संतोष, सुनील बंसल, तरुण चुघ और विनोद तावड़े ने हिस्सा लिया था।
सबसे ज्यादा ध्यान तेलंगाना पर फिर तमिलनाडु, आंध्र पर निगाहें
सूत्रों ने कहा कि सरकार के कार्यों को जनता के सामने कैसे लाया जाए, इसे लेकर भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया। भाजपा का मुख्य ध्यान तेलंगाना पर है। इसके बाद तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और केरल हैं। भाजपा मुख्य रूप से इन राज्यों में काम करेगी, क्योंकि कर्नाटक में पहले से ही भाजपा की सरकार है। पार्टी कर्नाटक में भी कुछ सीटों को मजबूत करेगी, लेकिन मुख्य ध्यान इन चार राज्यों पर है और उसने यहां 60 सीटों की भी पहचान की है।
दो महासचिवों को जिम्मेदारी
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा का मानना है कि यदि उसे 2024 में 303 से ज्यादा सीटें हासिल करनी हैं तो दक्षिण की सीटों को सुनियोजित तरीके से लक्ष्य करना होगा। भाजपा ने दक्षिणी राज्यों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए दो महासचिवों सुनील बंसल और तरुण चुघ को नियुक्त किया है। उत्तर प्रदेश में मोदी-योगी के महाविकास मॉडल के डबल इंजन के तहत तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश से लोगों को वाराणसी बुलाया जा रहा है। कुछ लोगों को गुजरात भी भेजा गया है।