
भजनपुरा इलाके में गुरुवार देर रात पार्किंग विवाद ने सांप्रदायिक रूप ले लिया। पड़ोसी मुस्लिम युवक ने साथियों के साथ मिलकर हिंदू पिता-पुत्र को गोली मार दी, जिससे उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। वारदात को अंजाम देकर भाग रहे आरोपितों में से एक को स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया और पिटाई के बाद पुलिस के हवाले कर दिया।
इलाके में अर्धसैनिक बल तैनात
नाराज लोगों ने आरोपितों की कार में भी तोड़फोड़ की। सुरक्षा के मद्देनजर इलाके में अर्धसैनिक बल तैनात कर दिया गया है। पकड़े गए इबले हसन पर पहले से लूट, हत्या के प्रयास समेत दस आपराधिक केस दर्ज हैं। घायल वीरेंद्र अग्रवाल (55) और उनके बेटे सचिन अग्रवाल (27) को पटपड़गंज स्थित मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कार हटाने के लिए कहा तो की गालीगलौज
वीरेंद्र परिवार के साथ यमुना विहार में रहते हैं। उनका ब्रह्मपुरी रोड पर निर्माण सामग्री का कारोबार है। पड़ोसी फुरकान के मकान में चार महीने से आरिफ नाम का व्यक्ति किराए पर रह रहा है। गुरुवार रात वीरेंद्र बेटे सचिन के साथ कार से मायापुरी में शादी में गए थे। रात करीब 12:30 बजे दोनों घर लौटे। गली में पड़ोसी आरिफ ने कार खड़ी की हुई थी। इस वजह से वीरेंद्र अपनी कार खड़ी नहीं कर पा रहे थे। आरोप है कि जब उन्होंने कार हटाने के लिए कहा तो आरिफ भड़क गया और गालीगलौज शुरू कर दी।
शोर सुनकर पड़ोसी आ गए और शांत करा दिया। कार खड़ी करने के बाद पिता-पुत्र घर के बाहर खड़े थे। आधा घंटा के बाद आरिफ ने फोन कर अपने साथी इबले हसन व एक अन्य को बुला लिया। तीनों ने मिलकर पिस्टल से ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दीं। वीरेंद्र के हाथ व कंधे और उनके पुत्र के दोनों हाथों पर दो-दो गोलियां लगी हैं। वारदात के बाद तीनों आरोपित भागने लगे। आरोपित इबले हसन लोगों के हत्थे चढ़ गया। लोगों ने जमकर पिटाई करने के बाद उसे पुलिस के हवाले कर दिया। वहीं, कुछ लोगों ने गली में खड़ी आरिफ की उत्तर प्रदेश नंबर की मारुति ब्रिजा कार को क्षतिग्रस्त कर दिया।