
क्षेत्र में भीषण आगजनी में 14 झोपड़ियां जल गई। आग से झुलसकर झोपड़ी में छिपे बालक की मौत हो गई जबकि आग की चपेट में आकर चार घोड़े और एक खच्चर भी बुरी तरह झुलस गए। झोपड़ियों में रखा घरेलू सामान भी नष्ट हो गया। आग की घटना के बाद यह परिवार बेघर हो गए हैं। तहसीलदार और सीओ ने राजस्व और पुलिस कर्मियों की टीम के साथ घटना का जायजा लिया। मृत बच्चे के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा। पीड़ित परिवारों को गांव के ही प्राथमिक स्कूल में ठहराया। जहां उनके भोजन और ठहरने की व्यवस्था की गई है।
सोमवार सायं करीब छह बजे ग्राम पंडरी में मो. आसिफ की झोपड़ी में आग लग गई। आसिफ और उसकी पत्नी मजदूरी करने गए थे। उनका बड़ा बेटा मो. शान, दो जुड़वां बेटे मो. जीशान और मो. नईम (छह), दो बेटियां घर पर खेल रहे थे। इसी बीच आग लगने पर जीशान आग की चपेट आ गया। इससे उसकी जलकर मौत हो गई। जब तक ग्रामीण कुछ समझ पाते तेज हवाओं की वजह से आग ने विकराल रूप ले लिया। देखते ही देखते अली हसन, जब्बार, शकील, सलमान, शाहरुख, सादिक शाह, उस्मान, यूसुफ, इसुब, अलाउद्दीन, आमिर खान, इरशाद अली और यूनुस की झोपड़ी भी धू-धूकर जल उठीं। ग्रामीणों ने आग बुझाने का प्रयास किया और राजस्व, अग्निशमन विभाग, पुलिस को आगजनी की सूचना दी।
दमकल वाहन के पहुंचने से पहले ही सभी झोपड़ियां जल गईं। इससे झोपड़ियों में रखा घरेलू सामान, अनाज आदि नष्ट हो गए। दमकल कर्मियों ने दो वाहनों की मदद से आग पर काबू पाया। लेकिन तब तक किसी भी परिवार का एक दाना अनाज या कोई भी सामान नहीं बचा। तहसीलदार जगमोहन त्रिपाठी और सीओ ओमप्रकाश शर्मा ने घटनास्थल पहुंचकर आगजनी की जानकारी ली। तहसीलदार त्रिपाठी ने बताया कि आगजनी में पीड़ित परिवारों के करीब 120 लोगों को तत्काल राहत पहुंचाने के लिए गांव के ही प्राथमिक विद्यालय में ठहरने और भोजन की व्यवस्था की गई है। बताया कि आग से नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। अभी तक 13 प्रभावित परिवारों के नाम सामने आए हैं। इनमें अली हसन के दो घोड़े और सादिक शाह के घोड़े और एक खच्चर भी झुलस गए। जिन्हें रस्सियां काटकर बाहर निकाला गया। आग के कारण यह पांच जानवर जंगल की ओर भाग निकले हैं। खबर लिखे जाने तक राजस्व और पुलिस टीमें परिवारों को रेस्क्यू कर उन्हें सरकारी स्कूल में ठहराने में जुटीं थीं।