
फर्जी कागजात से बैंक खाता खोलकर देश भर के बैंकों को लूटने वाला एक गिरोह सामने आया है। गिरोह फर्जी कागजाज से ऑनलाइन खाता खोलता था और महंगी कारों के लोन लेकर गायब हो जाता था। बाद में कार को सस्ते दामों पर बेच देते थे। आरोपी एचडीएफसी बैंक से 2.5 करोड़ और एक्सिस बैंक को करोड़ों ठग चुके हैं। अभी दो बैंकों को नाम ही सामने आए हैं।
दिल्ली पुलिस बाकी बैंकों को पत्र लिखने जा रही है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की आईएफएसओ ने बैंकों से ठगी करने वाले गिरोह के मास्टरमाइंड विजय चौधरी, साथी बिरेंद्र और कार खरीदने वाले सोनीपत, हरियाणा निवासी कुलदीप को गिरफ्तार किया है।
आईएफएसओ के पुलिस अधिकारियों के अनुसार एचडीएफसी बैंक की ओर से शिकायत दी गई थी कि बैंक में 15 ऐसे ऑनलाइन खाते खोले गए हैं जिनसे तरह-तरह के लोन लिए गए, लेकिन लोन नहीं चुकाए गए। इन बैंक खातों के मालिक गायब हैं और उनका पता सही नहीं है। पता लगा कि ये 15 बैंक खाते पांच लोगों ने फर्जी नामों से खोले हैं। इन खातों पर इन पांच आरोपियों की फोटो हैं।
मामला दर्जकर एसीपी जयप्रकाश की देखरेख में इंस्पेक्टर राजीव मालिक, एसआई अमित कौशिक, हवलदार अभय और सिपाही राजपाल की टीम ने जांच शुरू की। इसी दौरान एसआई अमित कौशिक को सूचना मिली थी कि आरोपी पटपटगंज औद्योगिक एरिया में स्थित शोरूम में थार कार की डिलीवरी लेने के जाने वाले हैं। आरोपियों ने कार का लोन एक्सिस बैंक से फर्जी तरीके से कराया है।
इंस्पेक्टर राजीव कुमार की टीम ने यहां घेराबंदी कर विजय चौधरी व बिरेंद्र कुमार राम को पकड़ लिया। इनसे पूछताछ के बाद इनसे कार लेने के लिए आ रहे कुलदीप को गिरफ्तार कर लिया। कुलदीप के पास से आठ लाख रुपये ऑैर दो कारें बरामद की गई हैं। इनके फर्जी कागजातों से ऑनलाइन खोले गए 20 से ज्यादा बैंक खातों का पता लगा है। ये इन बैंक खातों से 11 से ज्यादा कार फाइनेंस करा चुके हैं।
लोगों को बैंक मैनेजर बताता था
आरोपी विजय कुमार चौधरी(39) ने बताया कि वह फर्जी बैंक खातों से लोन लेकर शोरूम से महंगी कार लेते थे और उसे कुलदीप को कुल रकम की 40 फीसदी कीमत पर बेच देते थे। विजय की पहले थर्मोकोल की फैक्टरी थी। लॉकडाउन में ये फैक्टरी बंद हो गई। बाद में इसका कार फाइनेंस का व्यवसाय भी नहीं चला। इसके बाद ये फर्जी आधार व पेन कार्ड बनाकर बैंकों के साथ ठगी करने लगा। ये खुद को बैंक मैनेजर बताकर लोगों को लोन दिलवाने का झांसा देकर ठगी भी करता था। सोनीपत हरियाणा निवासी कुलदीप (38) बहादुरगढ़ में प्रॉपर्टी डीलर है।
गूगल से मदद के चक्कर में सीरियल निर्माता से ठगी
डॉक्टर से दिखाने के लिए समय लेना एक टीवी सीरियल निर्माता को महंगा पड़ गया। गूगल पर मौजूद नंबर पर डॉयल करने पर आरोपियों ने पीड़ित का मोबाइल हैक कर लिया। इसके बाद 62 हजार रुपये ठग लिए। पीड़िता की शिकायत पर साइबर थाना पुलिस ने एक माह बाद मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
पुलिस के मुताबिक पीड़िता तब्बसुम कुरैशी (40) परिवार के साथ चांदनी महल इलाके में रहती है। वह टीवी सीरियल निर्माता हैं। पुलिस को दिए बयान में पीड़िता ने बताया कि उसे भतीजे को डॉक्टर को दिखाना था। इसके लिए उन्होंने एक डॉक्टर का मोबाइल नंबर गूगल की मदद से लिया। बाद में उस पर कॉल कर डॉक्टर से समय लेने का प्रयास शुरू हो गया। दिए गए नंबर पर कॉल करने पर फोन नहीं उठा। इसके कुछ देर बाद पीड़िता के मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से कॉल आया। कॉलर ने खुद को डॉक्टर की क्लिनिक से बताया। इसके बाद पीड़ित से पांच रुपये गरीब बच्चों को ऑनलाइन दान करने के लिए कहा। पीड़िता को एक लिंक भेजा गया। उस पर रुपये डालने के लिए कहा गया।