तीन मार्च को टुंडलिया गोविंदपुर गांव के किसान ओमप्रकाश के परिवार को बंधक बनाने और लूट की वारदात का खुलासा हो गया है। लूट की साजिश ओमप्रकाश की बिरादरी के जसवंत सिंह उर्फ बंटी ने रची थी। वह अपने एक साथी और पीलीभीत के दो बदमाशों के साथ किसान के घर से लाखों का माल समेट ले गया था। मास्टरमाइंड जसवंत किसान ओमप्रकाश के बेटे की शादी में आया था। वहीं से उसने लूट की योजना बना ली थी।
मंगलवार को कोतवाली में एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने बताया कि ओमप्रकाश के बड़े बेटे सुनील की 23 फरवरी को शादी हुई थी। गोविंदपुर गांव का ही जसवंत उर्फ बंटी उनके घर शादी में आया था। शादी समारोह में गहने, कैश और गिफ्ट आदि देखकर उसने लूट की योजना बना ली थी। दो मार्च की रात उसने अपने साथी प्रमोद और पीलीभीत जिले के बदमाश सचिन व अनिल सागर को बुलाया। दोनों बदमाशों को ओमप्रकाश के घर के पीछे गेहूं के खेत में टयूबवेल पर शरण दी। लूट की वारदात के बाद चारों वहीं रहे थे।
ऐसे हुई थी वारदात
तीन मार्च की रात को चार हथियारबंद लुटेरों ने घर में घुसकर किसान ओमप्रकाश, उनके बेटे सुनील व कपिल, पत्नी ललिता देवी और और बहू कुसुमलता को बंधक बना लिया था। चाकू और डंडों से हमला कर बदमाश जेवरात और नकदी लूटकर फरार हो गए थे।
वारदात के खुलासे के लिए एसपी सिटी कत्याल, सीओ ओमप्रकाश व कोतवाल बृजवाल के नेतृत्व में टीमों का गठन किया गया। पुलिस ने 250 से अधिक सीसीटीवी कैमरे खंगालने के साथ ही करीब 82 संदिग्धों से पूछताछ की। शादी समारोह काम करने आए लोगों में से करीब 82 संदिग्धों से पूछताछ की गई। मुखबिर तंत्र सक्रिय किया। चारों आरोपी लूट के जेवर बेचने के लिए सुनारों के यहां पहुंचने लगे थे। इस पर पुलिस का शक गहरा गया।
ग्राम धंधुरी थाना अमरिया जिला पीलीभीत निवासी अनिल सागर, ग्राम भौना थाना जहानाबाद जिला पीलीभीत यूपी के सचिन, गोविंदपुर के जसवंत सिंह उर्फ बंटी और टुंडलिया निवासी प्रमोद कुमार।
मोबाइल, सोने के चार कंगन, तीन चूड़ियां, हार, मांग टीका, नथ, अंगूठी, एक जोड़ी झुमके, मंगल सूत्र का लॉकेट, लॉग, नोजरिंग, एक जोड़ी चांदी की पायल, एक कमरबंद, एक जोड़ी हथफूल, आधार कार्ड, दो पासबुक, लूट में प्रयुक्त बाइक, एक तमंचा, दो कारतूस, कांता, चाकू, डंडा आदि सामान
एसएसपी ने की इनाम की घोषणा
एसएसपी ने कोतवाली के कांस्टेबल नरेंद्र यादव, सरकड़ा चौकी के कांस्टेबल बलवंत सिंह व एसओजी के भूपेंद्र को जिले के श्रेष्ठ पुलिस कर्मी मैन ऑफ द मंथ बनाए जाने और खुलासा करने वाली टीम को ढाई हजार रुपये इनाम देने की घोषणा की।