
न्यूयॉर्क की मैनहट्टन अदालत ने 4 दिसंबर को अगली व्यक्तिगत सुनवाई के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को बुलाया है। अमेरिका में अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से दौड़ में सबसे आगे चल रहे पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को मंगलवार को मैनहटन कोर्ट में पेशी से पहले गिरफ्तार कर लिया गया। बाद में उन्हें अदालत में पेश किया गया, जहां उन्होंने खुद को बेकसूर बताया।
पूर्व राष्ट्रपति ने हेराफेरी के 34 मामलों को भी गलत बताया। अब अदालत ने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को रिहा कर दिया गया है। साथ ही दलीलें सुनने के बाद अदालत ने ट्रंप को करीब 1.22 लाख डॉलर का जुर्माना भरने का आदेश भी दिया।
ट्रंप की ओर से किया गया 1.30 अरब डालर का गुप्त भुगतान
कोर्ट में करीब 45 मिनट तक चली सुनवाई के बाद देर रात ट्रंप वहां से रवाना हो गए। 76 वर्षीय ट्रंप पर पिछले राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान पोर्न स्टार स्टार्मी डेनियल्स को चुप रहने के बदले पैसे देने का आरोप है। पोर्न स्टार ने आरोप लगाया था कि 2016 के राष्ट्रपति चुनाव अभियान के दौरान शारीरिक संबंधों को लेकर चुप रहने के बदले ट्रंप की ओर से 1.30 अरब डालर का गुप्त भुगतान किया गया था।
ट्रंप ने पेशी से पहले किया ईमेल
ट्रंप ने पेशी से पहले ईमेल में कहा- अमेरिका बन रहा ‘मार्क्सवादी तीसरी दुनिया’ का देश अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अदालत में अपनी पेशी से कुछ घंटे पहले अपने समर्थकों को एक ईमेल भेजा। उन्होंने इसमें कहा कि अमेरिका मार्क्सवादी तीसरी दुनिया का देश बनता जा रहा है जो असहमति को अपराध बताता है और अपने राजनीतिक विरोधी को कैद करता है। ईमेल के विषय वाले खाने में ट्रंप ने कहा, ‘मेरी गिरफ्तारी से पहले मेरा आखिरी ईमेल।’