
पंजाब में कोरोना का खतरा धीरे-धीरे बढ़ने लगा है। सोमवार को फिरोजपुर, रूपनगर व मोहाली में कोरोना के तीन मरीजों की मौत हो गई। वहीं, सोमवार को 85 नए मामले सामने आए। संक्रमण दर 5.90 प्रतिशत रिकॉर्ड हुई। कुल सक्रिय मामलों की संख्या 666 पहुंच गई है। इनमें से 12 मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। मोहाली में सबसे ज्यादा 38 केस मिले हैं। लुधियाना व पटियाला में 9-9, जालंधर में 8, अमृतसर में तीन, फाजिल्का, फिरोजपुर, मानसा, मुक्तसर, रोपड़ व संगरूर में 2-2 कोविड के मामले सामने आए हैं। कोरोना की नई लहर में पंजाब में अब तक आठ लोगों की मौत हो चुकी है।
वहीं, स्वास्थ्य विभाग के दिशा-निर्देश के बावजूद सैंपलिंग नहीं बढ़ पा रही है। सोमवार को भी पूरे पंजाब में कोविड के महज 1408 सैंपल लिए गए, जबकि रोज कम से कम 4200 सैंपल लेने के लिए सख्त हिदायतें जारी की गई हैं। पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. बलबीर सिंह ने भी माना कि रोज 4000 के करीब सैंपलिंग होनी ही चाहिए। इसका सभी जिलों को सख्ती से पालन करने को कहा गया है। आने वाले दिनों में सैंपलिंग बढ़ने की उम्मीद है। सैंपलों की जांच का काम भी धीमा चल रहा है। सोमवार को केवल 1440 सैंपलों की ही जांच हो सकी।
मॉक ड्रिल में कमियों को दूर करने का निर्देश
राज्य के सभी अस्पतालों में सोमवार को कोरोना से निपटने के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। इसमें ऑक्सीजन सप्लाई, वेंटिलेटर व अन्य इंतजामों की तैयारियों को परखा गया। कोरोना की स्थिति को देखते हुए अस्पतालों में आइसोलशन वार्ड भी बनाए जा रहे हैं। राज्य के कुछ जिलों में टेस्टिंग किट की कमी पाई गई है। स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह ने कहा कि इस दौरान जो भी कमियां सामने आईं हैं, उन्हें जल्द दूर करने का निर्देश दिया गया है।