
कर्नाटक में 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए हाई-वोल्टेज प्रचार अभियान समाप्त होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार देर रात राज्य के लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा कि उन्होंने उनके सपनों को अपने सपने के रूप में देखा।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में पीएम मोदी ने कहा, “हर कन्नड़ का सपना मेरा अपना सपना है। आपका संकल्प ही मेरा संकल्प है।”
कर्नाटक विकसित भारत के संकल्प को नेतृत्व देने की ऊर्जा से भरा हुआ
देश की अर्थव्यवस्था में कर्नाटक की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए पीएम मोदी ने कहा कि आजादी के ‘अमृत काल’ में हम भारतीयों ने अपने प्राण प्रिय देश को विकसित भारत बनाने का संकल्प लिया, कर्नाटक विकसित भारत के संकल्प को नेतृत्व देने की ऊर्जा से भरा हुआ है। अभी भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है। हमें जल्द से जल्द भारत को टॉप थ्री अर्थव्यवस्था में शामिल करना है। यह तभी संभव है जब कर्नाटक की अर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़े। एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था का लक्ष्य हासिल करे।
कर्नाटक में डबल-इंजन सरकार के 3.5 साल के कार्यकाल की सराहना करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भाजपा सरकार का निर्णायक, केंद्रित और भविष्यवादी दृष्टिकोण कर्नाटक की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। पीएम ने कहा, कोविड के दौरान भी कर्नाटक में भाजपा के नेतृत्व में सालाना 90 हजार करोड़ का विदेशी निवेश आया, जबकि पिछली सरकारों के दौरान कर्नाटक में लगभग 30 हजार करोड़ का सालाना विदेशी निवेश देखा गया था। यह विकास के प्रति, कर्नाटक के प्रति और खासकर युवा पीढ़ी के उज्जवल भविष्य के लिए भाजपा की प्रतिबद्धता है।
उन्होंने कहा, हम चाहते हैं कि कर्नाटक निवेश, उद्योग और नवाचार में नंबर वन हो। हम चाहते हैं कि कर्नाटक शिक्षा, रोजगार और उद्यमिता में नंबर वन बने। भाजपा कर्नाटक को कृषि में भी नंबर वन बनाने की कोशिश कर रही है। कर्नाटक की विरासत और सांस्कृतिक क्षमता का सम्मान किया गया है। पीएम मोदी ने आगे कहा, कर्नाटक को नंबर वन बनाने के लिए मैं आप सभी से 10 मई को जिम्मेदार नागरिक के रूप में अपना वोट डालने का अनुरोध करता हूं। मेरा यह आग्रह कर्नाटक के उज्जवल भविष्य के लिए, आपके परिवार के लिए, आपके परिवार की नई पीढ़ी के उज्जवल भविष्य के लिए है।
गौरतलब है कि राज्य की सभी तीन प्रमुख राजनीतिक पार्टियां- भाजपा, कांग्रेस और जनता दल-सेक्युलर (जेडीएस) ने राज्य की 224 सीटों वाली विधानसभा में बहुमत हासिल करने के लिए मतदाताओं को लुभाने, वादे करने और एक-दूसरे पर आरोप लगाने की पूरी कोशिश की है। कर्नाटक विधानसभा के लिए 10 मई को मतदान होगा और वोटों की गिनती 13 मई को होगी। सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 113 सीटों का है।