
केंद्रीय जांच एजेंसी ( एनआईए) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मुद्रा पोर्ट नारकोटिक्स से जु़डे मामले में तीसरा पूरक आरोपपत्र यानि सप्लीमेंट्री चार्जशीट दाखिल किया है। 2021 में 2988 किलोग्राम हेरोइन की तस्करी से मामला जुड़ा है, जबकि अभी तक इस मामले में जांच एजेंसी सप्लीमेंट्री चार्जशीट में कुल 42 लोगों और सात कंपनियों को नामजद आरोपी बना चुकी है। यह जानकारी एक अधिकारी ने दी।
इस मामले में सबसे पहले खुलासा केंद्रीय जांच एजेंसी डीआरआई ने किया था। 13 सितंबर 2021 में राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) गांधीधाम इकाई गुजरात द्वारा दर्ज किया गया था। यह खेप कथित तौर पर ईरान के बंदर अब्बास के रास्ते अफगानिस्तान से भारत में तस्करी कर लाई गई थी। जांच एजेंसी के प्रवक्ता ने कहा कि पंजाब के अमृतसर निवासी पंकज वैद उर्फ अमित नाम के एक व्यक्ति के खिलाफ एनआईए की विशेष अदालत अहमदाबाद में पूरक आरोप पत्र दायर किया गया था।
प्रवक्ता ने कहा कि वैद को नोनी सुनैरा और संजू बाबा के उपनाम से भी जाना जाता है। इसपर भारतीय दंड संहिता और नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं। अधिकारी ने कहा, पंकज पर अफगानिस्तान से भारत में अंतरराष्ट्रीय व्यापार मार्गों के माध्यम से हेरोइन की अवैध खेप की तस्करी करने के लिए संगठित आपराधिक साजिश का हिस्सा होने का आरोप है।
एनआईए ने 6 अक्टूबर, 2021 को जांच अपने हाथ में ली और 14 मार्च, 2022 को 16 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया। इसके बाद, जांच एजेंसी ने 29 अगस्त, 2022 को नौ और लोगों के खिलाफ पहला पूरक आरोप पत्र दायर किया और दूसरा इस साल 20 फरवरी को सात फर्मों और 15 व्यक्तियों के खिलाफ दायर किया।