
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने गिरफ्तार किए आरोपी पाकिस्तानी नागरिक सुबैर को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। एनसीबी और भारतीय नौसेना ने अभियान के तहत सुबैर के पास से 25000 करोड़ रुपये का मादक पदार्थ जब्त किया था।
एनसीबी ने कहा कि, पकड़ा गया आरोपी पाकिस्तानी नागरिक है और वह पांच भाषाएं बोल सकता है। हालांकि आरोपी ने दावा किया कि वह ईरान का रहने वाला है। संयुक्त अभियान के तहत एनसीबी और भारतीय नौसेना ने शनिवार को भारतीय जलक्षेत्र से करीब 25000 करोड़ रुपये की ड्रग्स बरामद की है। एनसीबी और भारतीय नौसेना ने ऑपरेशन ‘समुद्रगुप्त’ के तहत यह कार्रवाई की।
एनसीबी अधिकारियों के मुताबिक, NCB और भारतीय नौसेना द्वारा जब्त की गई उच्च शुद्धता मेथामफेटामाइन की गणना पूरी हो चुकी है। एनसीबी से प्राप्त आधिकारिक जानकारी के अनुसार मादक पदार्थ की कुल जब्ती 2525 किलोग्राम है और इसकी कीमत 25,000 करोड़ रुपये आंकी गई है।
अधिकारियों ने कहा, ड्रग्स का मूल्य अधिक हो गया क्योंकि यह उच्च ग्रेड मेथामफेटामाइन है। जब्त की गई दवाएं 134 बोरियों में थीं। मेथामफेटामाइन को एक किलो के पैकेट में रखा गया था। उप महानिदेशक (ऑप्स) संजय कुमार सिंह ने कहा कि हिंद महासागर में ड्रग्स तस्करों के खिलाफ एक सफल ऑपरेशन किया। उन्होंने कहा, पकड़ी गई खेप भारत के अलावा श्रीलंका और मालदीव भेजी जानी थी। एनसीबी ने एक पाकिस्तानी नागरिक को गिरफ्तार किया है।
ऑपरेशन समुद्रगुप्त के तहत तस्करों पर कसी जा रही नकेल
उन्होंने कहा कि ऑपरेशन पिछले साल फरवरी में शुरू किया गया था और टीम ने अभी तक लगभग 4000 किलोग्राम ड्रग्स जब्त की हैं। ‘समुद्रगुप्त’ नामक ऑपरेशन की प्रारंभिक सफलता फरवरी 2022 के महीने में हासिल की गई थी। उस दौरान एनसीबी और भारतीय नौसेना की एक संयुक्त टीम ने 529 किलोग्राम हशीश, 221 किलोग्राम मेथमफेटामाइन और 13 किलोग्राम हेरोइन जब्त की थी।