
भाजपा ने अवध क्षेत्र में कुर्मी वोट बैंक को साधने के लिए प्रदेश उपाध्यक्ष पदमसेन चौधरी को विधान परिषद उप चुनाव में प्रत्याशी बनाया है। वहीं कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र के पूर्व क्षेत्रीय अध्यक्ष होने के नाते मानवेन्द्र सिंह को भी प्रत्याशी बनाया है।
अवध क्षेत्र में कुर्मी मतदाताओं की बड़ी संख्या है। सूत्रों के मुताबिक अपना दल (एस) पूर्वांचल के बाद अब अवध क्षेत्र में कुर्मी समाज में मजबूत पकड़ बनाने में जुटा है। खासतौर पर देवीपाटन मंडल में पार्टी कुर्मी समाज के बीच काफी सक्रिय है। अपना दल ने बहराइच जिले के विधायक राम निवास वर्मा को विधानसभा में अपना दल का नेता भी बनाया है। भाजपा ने अपना दल की रणनीति भांपते हुए पहले अवध क्षेत्र में एमएलसी अश्वनी पटेल को क्षेत्रीय अध्यक्ष बनाने की तैयारी की थी, लेकिन बात नही बनी।
इसके अलावा विधान परिषद में भाजपा के 80 सदस्यों में से पिछड़ा वर्ग और दलित वर्ग के सबसे कम सदस्य हैं। 2014 के बाद से अब तक हुए चुनाव में कुर्मी समाज भाजपा का वोट बैंक रहा है। ऐसे में पार्टी ने अवध क्षेत्र में समाज को साधने के लिए पदमसेन चौधरी को प्रत्याशी बनाने का निर्णय किया। चौधरी के पिता रुद्रसेन भी बहराइच से तीन बार सांसद रहे हैं। पदमसेन भी दो बार सांसद रहे हैं। बहराइच में पूर्व मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा भाजपा का कुर्मी चेहरा रहे हैं। लेकिन, उनकी उम्र अधिक होने के कारण अब पदमसेन को मौका दिया गया है।
क्षेत्रीय अध्यक्ष होने से मानवेंद्र की दावेदारी हुई मजबूत
उधर, कानपुर बुंदेलखंड क्षेत्र के पूर्व क्षेत्र क्षेत्रीय अध्यक्ष मानवेंद्र सिंह पिछले काफी लंबे समय से विधान परिषद के लिए दावेदारी कर रहे थे । लेकिन परिषद ने ठाकुर समाज के सदस्यों की संख्या सर्वाधिक होने के कारण उन्हें मौका नहीं मिल रहा था