
प्रदेश में 56 जिलों में स्थित 39 जिला सहकारी बैंकों में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए चुनाव शुक्रवार को होंगे। भाजपा ने सभी बैंकों में कब्जा जमाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है। पार्टी की ओर से अधिकांश जिला सहकारी बैंकों में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए प्रत्याशियों की घोषणा कर दी गई है।
प्रदेश में वर्ष 1980 में जिलों की संख्या 50 थी। उसी समय के जिलों की गणना के हिसाब से प्रदेश में 50 जिला सहकारी बैंक हैं। जैसे जैसे जिलों की संख्या बढ़ती गई, तो डीसीबी बढ़ाने की जगह नए जिलों को उनके निकटवर्ती जिले की डीसीबी से ही जोड़ दिया गया। प्रदेश में 50 में से 39 जिला सहकारी बैंकों में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष पद के लिए शुक्रवार को चुनाव होना है।
इनमें एक बैंक में दो से तीन जिले तक शामिल हैं। बैंक के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का चुनाव निदेशक मंडल के सदस्य करेंगे। निदेशक मंडल में अधिकांश जगह भाजपा के प्रत्याशी पहले ही जीत चुके हैं। पार्टी ने सभी 39 डीसीबी में अपना कब्जा जमाने के लिए पूरी ताकत लगाई है। बृहस्पतिवार को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और सहकारिता चुनाव प्रभारी ब्रज बहादुर उपाध्याय ने सभी जिलों में प्रत्याशी घोषणा से लेकर चुनावी तैयारी की समीक्षा की।