
गुजरात के वडोदरा शहर से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। ये शख्स अपने आपको प्रधानमंत्री कार्यालय का अधिकारी बताकर ठगी करने की कोशिश कर रहा था। पुलिस ने बताया कि आरोपी को यहां एक निजी स्कूल में दो बच्चों का प्रवेश सुनिश्चित करने के लिए खुद को पीएमओ अधिकारी बताने और अपनी फर्जी पहचान के साथ भारी रकम की ठगी करने की कोशिश करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपित की पहचान मयंक तिवारी के रूप में हुई है। गौरतलब है, इससे पहले अहमदाबाद निवासी किरण पटेल को प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के एक वरिष्ठ अधिकारी बताने के आरोप में जम्मू-कश्मीर के एक पांच सितारा होटल से गिरफ्तार किया था। इतना ही नहीं, पटेल ने कश्मीर में अधिकारियों को चकमा देकर सुरक्षा का भी आनंद लिया था।
शहर के वाघोडिया पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने बताया कि पीएमओ में एक निदेशक (रणनीतिक सलाहकार) के रूप में अपनी पहचान बताते हुए तिवारी पहली बार प्रवेश सत्र के दौरान मार्च 2022 में स्कूल और उसके ट्रस्टी के संपर्क में आया। तिवारी ने अपने दोस्त के दो बेटों के प्रवेश के लिए स्कूल से मदद मांगी। उसने स्कूल के निदेशक को अपने दोस्त की पहचान भारतीय सेना के अधिकारी मिर्जा बैग के रूप में कराई। आरोपी ने कहा कि मिर्जा का पुणे से वडोदरा ट्रांसफर किया जा रहा है इसलिए बच्चों का एडमिशन कराना है। इस पर निदेशक ने सुझाव दिया की वे ट्रस्टी से मिल ले, जो वडोदरा में एक निजी विश्वविद्यालय से जुड़े हुए हैं।
आरोपी मयंक ट्रस्टी से मिलने गया और अपना परिचय पीएमओ के अधिकारी के रूप में कराया। आरोपी ने ट्रस्टी को समझाया कि अगर उसके खर्चों का ध्यान रखा जाए तो वह अपनी ताकत का इस्तेमाल कर स्कूल को शिक्षा अनुसंधान के क्षेत्र में शामिल कर सकता है और उन्हें विभिन्न परियोजनाएं दिला सकता है। चिकनी-चुपड़ी बात करने वाले व्यक्ति ने ट्रस्टी और स्कूल के निदेशक को बड़ी रकम ठगने के इरादे से विश्वास में लिया। दोनों बच्चों का स्कूल में प्रवेश भी हो गया।