
जी-20 सम्मेलन के दौरान पुलिस को इस बात का डर सता रहा है कि कहीं विदेशी मेहमानों से झपटमारी न हो जाए। ऐसे में विशेष रूप से झपटमारी रोकने के लिए नई दिल्ली जिले में छह विशेष टीमें बनाई गई हैं। इसके अलावा खालिस्तान समर्थकों व मणिपुर हिंसा को लेकर भी सम्मेलन के दौरान माहौल बिगाड़ने के इनपुट हैं। इस कारण मेट्रो स्टेशनों, सरकारी इमारतें और ऐतिहासिक जगहों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
नई दिल्ली जिले के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि हाल ही में आयोजित बैठक में इस बात की आशंका जताई गई थी कि सम्मेलन के दौरान विदेशी मेहमानों व सैलानियों के साथ झपटमारी और लूट न हो जाए। इसे देखते हुए नई दिल्ली जिले के स्पेशल स्टाफ की विशेष टीमें गठित की गई हैं। टीमों ने झपटमारी व लूट की वारदात रोकने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं।
स्पेशल स्टाफ की टीमों ने पहाड़गंज, करोलबाग व सराय रोहिल्ला आदि इलाकों में बदमाशों को अभी से पाबंद करना शुरू कर दिया है। कुछ बदमाशों को हर रोज पुलिस स्टेशनों में हाजिरी लगाने को कहा गया है। हाल ही में जेल से जमानत पर बाहर आए बदमाशों पर विशेष नजर रखी जा रही है। इसके अलावा पिकेट लगाकर भी वाहनों की जांच की जा रही है। सम्मेलन के दौरान किसी भी संदिग्ध दोपहिया वाहन चालक को नई दिल्ली इलाके में प्रवेश करने नहीं दिया जाएगा।
नई दिल्ली के बॉर्डर इलाकों व नई दिल्ली में बसों की चेकिंग की जा रही है। दिन में कभी भी बसों की चेकिंग शुरू कर दी जाती है। इसके अलावा बिना वर्दी के पुलिसकर्मी भी बसों में जांच कर रहे हैं। दिल्ली के सभी भीड़भाड़ वाले बाजारों में विशेष सुरक्षा बरती रही है। बाजारों में घुसने से पहले लोगों की चेकिंग की जा रही है। इसके अलावा पार्किंग व होटलों में भी अभियान चलाया जा रहा है।