
आज पीएम नरेन्द्र मोदी गति शक्ति परियोजना के तहत नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की समीक्षा करेंगे। गौरतलब है कि, एयरपोर्ट के रनवे का काम दिसंबर अंत तक व टर्मिनल बिल्डिंग का काम मई 2024 तक पूरा करने की समय सीमा निर्धारित की गई है। माना जा रहा है कि यूपी के विकास के लिए यह एयरपोर्ट गेम चेंजर साबित होगा।
परियोजना का आधे से ज्यादा काम पूरा हो चुका है। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का काम युद्धस्तर पर चल रहा है। इसमें लागत लगभग 6000 करोड़ रुपये आने का अनुमान है। एयरपोर्ट राजधानी दिल्ली से लगभग 75 किमी दूर उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा के जेवर (गौतमबुद्द नगर जिला) में बन रहा है।
इस विशेष परियोजना का काम सितंबर 2024 तक समाप्त होने के पूर्व निर्धारित समय सीमा में कोई बदलाव नहीं हुआ है, हालांकि एयरपोर्ट सर्विलांस रडार के लिए काम दिसंबर 2024 तक लगेगा, लेकिन पहले हुई अफसरों की बैठक में दावा किया गया था कि रडार के बिना भी एयरपोर्ट का संचालन शुरू हो सकेगा।