लखनऊ में विभूतिखंड में मंत्री आवास के सामने स्पा की आड़ में देह व्यापार चल रहा था। उत्तर प्रदेश राज्य बाल अधिकार व संरक्षण आयोग के आदेश पर पुलिस ने दो एनजीओ की मदद से छापा मारा। मौके से तीन लड़कियों को मुक्त कराया गया। साथ ही सात लोगों को पकड़ा गया है। इनमें से दो ग्राहक और बाकी स्पा के कर्मचारी बताए जा रहे हैं।
राज्य बाल अधिकार आयोग की सदस्य डा. शुचिता चतुर्वेदी ने बताया कि बृहस्पतिवार को दिल्ली के मुक्ति फाउंडेशन के वीरेंद्र कुमार सिंह ने सूचना दी थी कि विभूतिखंड में एलिगेंट स्पा एंड यूनीसेक्स सैलून में देह व्यापार चल रहा है। इस पर संयुक्त पुलिस आयुक्त को पत्र भेजकर फोर्स मांगी गई थी।
आयोग की सदस्य ने बताया कि 1090 में बैठक कर स्पा में छापा मारने की रणनीति बनाई गई। इसमें डीसीपी रूचिता चौधरी का सहयोग मिला। इसके बाद 36 पुलिसकर्मियों की टीम गठित की गई, जिसमें से आधे सिविल ड्रेस में थे। शुक्रवार शाम चार बजे स्पा पर छापा मारा गया। वहां से आजमगढ़, सुल्तानपुर और गोरखपुर की एक-एक लड़की को रेस्क्यू किया गया। एडीसीपी पूर्वी अली अब्बास ने बताया कि मामले में अनैतिक देह व्यापार (निवारण) अधिनियम, 1956 की धाराओं के तहत विभूतिखंड थाने में केस दर्ज किया गया है।