मध्य प्रदेश के हरदा में मगरदा रोड स्थित बैरागढ़ रेहटा में पटाखा फैक्टरी में मंगलवार सुबह आग लग गई। इसके बाद भयानक विस्फोट होने लगे। ब्लास्ट इतने तेज थे कि आसपास की इमारतों को भी उन्होंने हिला दिया। आग ने आसपास के घरों को भी अपनी चपेट में ले लिया। 11 लोगों की मौत हो गई है। इसमें नौ लोगों के मारे जाने की पुष्टि सीएमएचओ ने की है। यह आंकड़ा और भी बढ़ सकता है। 90 से अधिक घायल हैं। 17 गंभीर घायलों को इलाज के लिए इंदौर, भोपाल और नर्मदापुरम भेजा गया है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हरदा ब्लास्ट को लेकर आपात बैठक बुलाई। साथ ही मंत्री उदय प्रताप सिंह के साथ वरिष्ठ अधिकारियों को हरदा रवाना होने के निर्देश दिए। मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। उन्होंने यह भी कहा कि हादसे में मारे गए लोगों के परिवार की जिम्मेदारी सरकार उठाएगी। उनके बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का खर्च भी सरकार ही उठाएगी। वहीं, आसपास के सात जिलों से फायर ब्रिगेड और एंबुलेंस हरदा पहुंच गई हैं। भोपाल से गए अधिकारियों ने भी मोर्चा संभाल लिया है। हरदा हादसे को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने छिंदवाड़ा के प्रवास कार्यक्रम को रद्द कर दिया है।
ब्लास्ट होने का सिलसिला थम नहीं रहा था, जिससे राहत एवं बचाव कार्य प्रभावित हुए। एंबुलेंस से घायलों को अस्पताल पहुंचाया जा रहा है। आग लगने के समय 30 से अधिक मजदूर फैक्टरी में काम कर रहे थे। घायलों और मृतकों में बच्चों और महिलाओं के होने की भी आशंका व्यक्त की जा रही है। शुरुआती जानकारी के अनुसार यह पटाखा फैक्टरी राजू अग्रवाल की है। ब्लास्ट इतने भीषण थे कि आसपास के मकान गिर गए।