
भाजपा अनुसूचित मोर्चा के प्रदेश सह-कोषाध्यक्ष मनोज पासी ने झूंसी थानेदार और अन्य पुलिसकर्मियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मनोज पासी का कहना है कि उन्हें झूंसी थाने में बंद करके पीटा गया। यह घटना तब सामने आई जब भाजपा नेता मनोज पासी को एक मामले में थाने बुलाया गया था, और वहां उन्होंने पुलिसकर्मियों द्वारा अपनी पिटाई किए जाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि इस दौरान उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया। मनोज पासी के आरोपों ने तूल पकड़ा और भाजपा कार्यकर्ता इस घटना से आक्रोशित हो गए।
घटना के बाद भाजपा के कार्यकर्ता, महापौर, दो विधायक, एमएलसी और जिलाध्यक्ष समेत बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं ने झूंसी थाने का घेराव किया। वे थाने में घुसने की कोशिश करने लगे और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं का आरोप था कि यह पुलिस का अत्याचार था और थाने के भीतर उन्हें न्याय नहीं मिल रहा था। भाजपा कार्यकर्ताओं के हंगामे के कारण इलाके में तनाव की स्थिति बन गई।
प्रतिक्रिया स्वरूप, पुलिस प्रशासन ने मामले की गंभीरता को समझते हुए त्वरित कार्रवाई की। डीसीपी अभिषेक भारती ने बताया कि इस घटना के बाद चार पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। निलंबित किए गए पुलिसकर्मियों में चमनगंज चौकी इंचार्ज संतोष कुमार सिंह, दरोगा शिवराम यादव, जग नारायण और मुख्य आरक्षी पारस यादव शामिल हैं। इन पुलिसकर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है। इसके अलावा, झूंसी थाना प्रभारी उपेंद्र प्रताप सिंह के खिलाफ भी जांच के आदेश दिए गए हैं। डीसीपी ने यह भी कहा कि घटना की निष्पक्ष जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने इस घटना को पुलिस द्वारा विपक्षी दल के नेताओं के साथ किए गए उत्पीड़न के रूप में देखा और इसकी कड़ी निंदा की। पार्टी नेताओं का कहना था कि अगर पुलिस प्रशासन की इस तरह की मनमानी जारी रही, तो वे इसके खिलाफ सड़कों पर उतरने को मजबूर होंगे। इस मामले में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने मुख्यमंत्री से मामले में दखल देने की मांग की और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात की।
हालांकि, पुलिस प्रशासन ने मामले में त्वरित कदम उठाए हैं, लेकिन इस घटना के बाद शहर में राजनीतिक माहौल और अधिक गरमा गया है। अब यह देखना होगा कि जांच के दौरान क्या नई जानकारियां सामने आती हैं और दोषियों के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है।