राम रहीम को मिली 30 दिन की पैरोल, नौवीं बार सुनारिया जेल से बाहर, इस बार सिरसा आश्रम पहुंचे

राम रहीम को मिली 30 दिन की पैरोल, नौवीं बार सुनारिया जेल से बाहर, इस बार सिरसा आश्रम पहुंचे

डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को फिर से 30 दिन की पैरोल मिल गई है। यह उनकी सुनारिया जेल से बाहर आने की नौवीं बार है। राम रहीम को यह पैरोल हरियाणा सरकार की अनुमति से मिली है, और इस बार उनका रुख सिरसा स्थित अपने आश्रम की ओर है। राम रहीम पिछले कुछ वर्षों से अपने आश्रम के कार्यों और धार्मिक गतिविधियों में सक्रिय रहे हैं, और पैरोल पर बाहर आने के बाद वह वहीं समय बिताएंगे।

गुरमीत राम रहीम सिंह, जो कि 2017 से दुष्कर्म मामले में दोषी पाए गए थे और सजा काट रहे हैं, को बार-बार पैरोल मिलने को लेकर कई सवाल उठते रहे हैं। हालांकि, प्रशासन और सरकार का कहना है कि वह नियमों के तहत पैरोल पर बाहर आते हैं। इस बार भी राम रहीम को 30 दिनों की पैरोल मिली है, जिसे लेकर उनके समर्थकों में खासा उत्साह देखा जा रहा है। जैसे ही उनकी रिहाई की खबर आई, सिरसा आश्रम के बाहर उनके समर्थकों की भीड़ जमा हो गई, जो उनका स्वागत करने के लिए वहां पहुंचे।

राम रहीम की पैरोल पर राजनीतिक और सामाजिक दृष्टिकोण से भी काफी चर्चा होती रही है। कुछ लोग इसे राजनीतिक दबाव और उनके समर्थकों की शक्ति का परिणाम मानते हैं, जबकि कुछ लोग इसे उनके द्वारा किए गए सामाजिक कार्यों और धार्मिक कार्यक्रमों से जोड़कर देखते हैं। यह पहली बार है कि राम रहीम ने सिरसा आश्रम का रुख किया है, जो उनके अनुयायियों के लिए एक बड़ा संकेत है।

राम रहीम के जेल से बाहर आने के दौरान प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर तैनात रहे, ताकि कानून-व्यवस्था की स्थिति बनी रहे और कोई अप्रिय घटना न घटे। राम रहीम के समर्थकों ने अपनी तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ी, और उन्होंने उनका स्वागत किया। हालांकि, राम रहीम की रिहाई के बाद हरियाणा पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह इस दौरान उनकी गतिविधियों पर पूरी निगरानी रखेंगी और पैरोल के दौरान किसी भी प्रकार के नियमों का उल्लंघन नहीं होने दिया जाएगा।

राम रहीम की पैरोल का मुद्दा कोर्ट में भी उठ चुका है, और उन्हें पैरोल देने की प्रक्रिया में सभी नियमों का पालन किया जाता है, यह सुनिश्चित किया जाता है। उनकी रिहाई के बाद, यह देखना होगा कि वह अपने समय का कैसे उपयोग करते हैं और क्या इस दौरान उनकी गतिविधियों में कोई बदलाव होता है। उनके अनुयायी भी इस बात को लेकर उत्सुक हैं कि राम रहीम के आश्रम में उनके नेतृत्व में क्या नए कार्य होंगे।

जेल से बाहर आने के बाद राम रहीम ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वह अपनी सेहत का ध्यान रखेंगे और आश्रम में बिताए गए समय का सदुपयोग करेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वह अपने अनुयायियों के साथ समय बिताकर उनका मार्गदर्शन करेंगे। इस दौरान उनकी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी, ताकि कोई भी कानून का उल्लंघन न हो।

राम रहीम की पैरोल को लेकर यह तर्क भी दिए गए हैं कि ऐसे मामलों में दोषी व्यक्ति को बार-बार पैरोल मिलने से न्याय व्यवस्था पर सवाल उठते हैं। हालांकि, हरियाणा सरकार और प्रशासन का कहना है कि राम रहीम को पैरोल देने की प्रक्रिया कानूनी रूप से पूरी की जाती है, और यह उनके द्वारा किए गए सामाजिक कार्यों के आधार पर होती है। अब देखना यह है कि वह इस बार अपनी पैरोल के दौरान किन गतिविधियों में शामिल होते हैं और उनका समय कैसे व्यतीत होता है।

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