एक दिल दहला देने वाली घटना में, एक कराटे खिलाड़ी से दुष्कर्म करने के आरोप में आइटीबीपी (इंडो-तिब्बत बॉर्डर पुलिस) के एक जवान को 10 साल की सजा सुनाई गई है। अदालत ने दोषी जवान पर 50 हजार रुपये का अर्थदंड भी लगाया है। यह मामला एक कराटे खिलाड़ी द्वारा दर्ज की गई शिकायत के बाद सामने आया था, जिसमें उसने आरोप लगाया था कि आइटीबीपी के जवान ने उसे शारीरिक शोषण का शिकार बनाया।
मामला उत्तर भारत के एक शहर में हुआ था, जहां कराटे खिलाड़ी ने अपनी खेल यात्रा के दौरान जवान से मुलाकात की थी। शिकायत के मुताबिक, जवान ने महिला खिलाड़ी को अपने कार्यालय में बुलाकर दुष्कर्म की घटना को अंजाम दिया। पीड़िता ने इसकी सूचना पुलिस को दी और बाद में इस मामले की जांच शुरू की गई।
पुलिस ने आरोपी जवान को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया। कोर्ट ने गंभीरता से मामले की सुनवाई करते हुए आरोपी को दोषी करार दिया। अदालत ने सजा के साथ ही जुर्माना भी लगाया, जिससे आरोपी को आर्थिक रूप से भी दंडित किया गया। कोर्ट ने अपने निर्णय में कहा कि इस तरह के अपराधों के खिलाफ कड़ा संदेश दिया जाना जरूरी है, ताकि समाज में महिलाओं के प्रति अपराधों को कम किया जा सके।
यह मामला सुरक्षा बलों के भीतर इस तरह की घटनाओं की गंभीरता को उजागर करता है, और इसने इस मुद्दे पर सवाल उठाए हैं कि क्या सेना और पुलिस बलों में महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों को सख्ती से रोका जा रहा है या नहीं। इस फैसले ने न केवल पीड़िता को न्याय दिलाया है, बल्कि ऐसे मामलों में न्याय की उम्मीद को भी मजबूत किया है।