
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने महाकुंभ के अवसर पर त्रिवेणी संगम में गंगा माता और अपनी मां के साथ पवित्र डुबकी लगाई, जिससे उनका एक पुराना सपना पूरा हुआ। मुख्यमंत्री धामी इस अवसर पर भावुक हो गए, क्योंकि उनके लिए यह सिर्फ एक धार्मिक यात्रा नहीं, बल्कि एक व्यक्तिगत और पारिवारिक अनुभव था।
महाकुंभ के दौरान त्रिवेणी संगम पर लाखों श्रद्धालु पवित्र डुबकी लगाने के लिए आते हैं, और सीएम धामी ने भी इस अवसर का पूरा लाभ उठाया। वह अपनी मां के साथ त्रिवेणी संगम पहुंचे, जहां उन्होंने गंगा मां के प्रति अपनी श्रद्धा अर्पित की और अपनी मां को गंगा में स्नान करवा कर एक मां और बेटे के रिश्ते को और भी मजबूती दी। मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि यह उनके जीवन का एक महत्वपूर्ण पल था, क्योंकि गंगा नदी के प्रति उनके दिल में विशेष सम्मान है और यह इच्छा भी थी कि वह अपनी मां के साथ इस पवित्र स्थान पर आकर डुबकी लगाएं।
इस भावुक पल के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा, “गंगा माता की कृपा और अपनी मां के आशीर्वाद से ही हम जीवन में सफलता की ओर बढ़ते हैं। त्रिवेणी संगम पर आकर यह अनुभव बहुत ही खास है, और आज मेरा सपना पूरा हुआ।” उनके साथ परिवार के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे, जो इस भावुक पल को साझा कर रहे थे।
सीएम धामी ने यह भी बताया कि उनका यह धार्मिक यात्रा से जुड़ा अनुभव उनके जीवन का एक अहम हिस्सा बन गया है। उन्होंने इस दौरान अपने राज्यवासियों के लिए भी शुभकामनाएं दी और कहा कि महाकुंभ एक ऐसा अवसर है, जो न केवल धार्मिक रूप से, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक रूप से भी बहुत महत्वपूर्ण है।
महाकुंभ के इस मौके पर मुख्यमंत्री ने राज्य के विकास और सौहार्द्रता की भी बात की और गंगा सफाई और जल संरक्षण के लिए राज्य सरकार द्वारा किए गए प्रयासों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार गंगा नदी और अन्य पवित्र जल स्रोतों के संरक्षण के लिए निरंतर काम कर रही है और राज्य को प्रदूषण मुक्त बनाने का प्रयास जारी है।
यह पवित्र अवसर मुख्यमंत्री धामी के लिए व्यक्तिगत रूप से भी एक यादगार अनुभव था, और उन्होंने इसे अपने परिवार, राज्य और श्रद्धालुओं के लिए आशीर्वाद और खुशी का प्रतीक माना।