
महाकुंभ 2025 के आयोजन को लेकर एक नई और दिलचस्प जानकारी सामने आई है। गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स की एक टीम अब हरिद्वार में महाकुंभ के आयोजन स्थल पर पहुंच चुकी है। टीम की यह यात्रा महाकुंभ के इतिहास में तीन नए विश्व रिकॉर्ड बनाने के लिए है। 14 फरवरी से लेकर अगले तीन दिनों तक, महाकुंभ के आयोजन स्थल पर इन रिकॉर्ड्स को बनाने की तैयारी की जा रही है।
गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा मान्यता प्राप्त ये रिकॉर्ड विशेष रूप से महाकुंभ की भव्यता और इसमें शामिल होने वाले लाखों श्रद्धालुओं की भागीदारी को रेखांकित करेंगे। इन तीन दिनों में महाकुंभ के आयोजन स्थल पर विभिन्न सांस्कृतिक, धार्मिक और सामाजिक कार्यक्रमों के दौरान रिकॉर्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी।
इसके अलावा, महाकुंभ के दौरान हजारों श्रद्धालु एक साथ पवित्र स्नान के लिए गंगा नदी में उतरेंगे, जो एक और ऐतिहासिक पल साबित होगा। इस प्रकार, महाकुंभ 2025 न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह भारतीय संस्कृति की विशालता और एकता का प्रतीक भी बन जाएगा।
इन रिकॉर्ड्स को लेकर प्रशासन और आयोजन समिति ने पहले ही सारी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है। यह आयोजन महाकुंभ के इतिहास में एक नई मिसाल पेश करेगा और दुनिया भर में भारत की धार्मिक एवं सांस्कृतिक धरोहर को और भी प्रभावी तरीके से प्रस्तुत करेगा।