
उत्तराखंड, 2025: उत्तराखंड सरकार ने कमर्शियल वाहन चालकों के लिए एक नई व्यवस्था लागू की है, जिसके तहत अब हिल एंडोर्समेंट की फीस निर्धारित की गई है। इस नई व्यवस्था के तहत, कमर्शियल वाहनों को पहाड़ी इलाकों में प्रवेश करने के लिए विशेष अनुमति प्राप्त करनी होगी, जिसे ‘हिल एंडोर्समेंट’ कहा जाता है। यह कदम राज्य सरकार द्वारा सड़क सुरक्षा और वाहनों की निगरानी को बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया गया है।राज्य परिवहन विभाग ने बताया कि पहाड़ी इलाकों में खराब मौसम, खतरनाक रास्ते और संकरी सड़कों के कारण कमर्शियल वाहनों की आवाजाही पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। इस व्यवस्था के तहत अब कमर्शियल वाहन चालकों को अपनी गाड़ी के लिए निर्धारित शुल्क का भुगतान करना होगा, जिसे ‘हिल एंडोर्समेंट फीस’ कहा जाएगा। यह फीस राज्य के विभिन्न पहाड़ी क्षेत्रों में गाड़ियों की आवाजाही को नियंत्रित करने और सड़क सुरक्षा को सुनिश्चित करने में मदद करेगी।हिल एंडोर्समेंट फीस के बारे में जानकारी देते हुए परिवहन विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “यह कदम पहाड़ी सड़कों पर वाहनों की संख्या को नियंत्रित करने और यातायात दुर्घटनाओं की संख्या को घटाने के लिए है। हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि कमर्शियल वाहनों के संचालन के दौरान उनकी सुरक्षा, सड़क की स्थिति और मौसम के अनुकूलता को ध्यान में रखा जाए।”नई व्यवस्था के तहत, हिल एंडोर्समेंट की फीस वाहन के प्रकार, मार्ग और मौसम की स्थिति के आधार पर अलग-अलग हो सकती है। यह फीस पहले से निर्धारित दरों पर ली जाएगी, और यह व्यवस्था राज्य के सभी प्रमुख पहाड़ी मार्गों पर लागू होगी। साथ ही, कमर्शियल वाहन चालकों को इस शुल्क का भुगतान करने के बाद ही पहाड़ी क्षेत्रों में प्रवेश करने की अनुमति दी जाएगी।इस व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार का मानना है कि इससे पहाड़ी इलाकों में सड़कों की स्थिति में सुधार होगा और दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी। यह कदम राज्य के परिवहन नेटवर्क को अधिक व्यवस्थित और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक अहम कदम माना जा रहा है।इसके अलावा, सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि यह शुल्क केवल कमर्शियल वाहनों के लिए होगा और निजी वाहनों पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा। इस नई व्यवस्था से संबंधित अधिक जानकारी और आवेदन प्रक्रिया जल्द ही सरकार द्वारा जारी की जाएगी।