
हरिद्वार के त्रिवेणी घाट पर एक युवक गंगा स्नान करने आया था, लेकिन गंगा में डूबने से उसकी मौत हो गई। यह घटना 19 दिन पहले की है, लेकिन युवक के परिजनों ने इस बारे में पुलिस को सूचना अब दी है। इस मामले ने सभी को हैरान कर दिया है, क्योंकि आमतौर पर ऐसी घटनाओं के तुरंत बाद पुलिस को सूचित किया जाता है। परिजनों द्वारा इतनी देर से सूचना देने के कारण सवाल उठ रहे हैं कि आखिर ऐसा क्यों हुआ? सूत्रों के अनुसार, 19 दिन पहले युवक हरिद्वार स्थित त्रिवेणी घाट पर गंगा स्नान करने आया था। स्नान के दौरान वह अचानक पानी के बहाव में बह गया। आसपास के लोग और श्रद्धालु उसे बचाने की कोशिश करते रहे, लेकिन वह गंगा में डूब गया। इसके बाद, युवक के परिजनों ने इसे एक हादसा मानकर तुरंत पुलिस से संपर्क नहीं किया। इस घटना के 19 दिन बाद, परिवार ने गंगा में डूबे युवक के बारे में पुलिस को सूचना दी, जिससे मामला पुलिस के पास पहुंचा। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और इस बारे में अधिक जानकारी जुटाने की कोशिश की जा रही है। परिवार के सदस्यों ने बताया कि वे शोक में थे और उनकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी, जिस कारण उन्होंने पुलिस को देरी से सूचना दी। इस मामले में पुलिस द्वारा गहराई से जांच की जा रही है ताकि यह पता चल सके कि क्या डूबने की घटना दुर्घटनावश हुई थी या फिर किसी और कारण से युवक का गंगा में गिरना हुआ था। इसके अलावा, पुलिस यह भी जानने की कोशिश कर रही है कि इस हादसे में किसी प्रकार की लापरवाही तो नहीं हुई, जैसे कि घाट पर सुरक्षा इंतजामों की कमी हो। इस घटना ने गंगा घाटों पर सुरक्षा और सावधानी बरतने की जरूरत को फिर से उजागर किया है। खासतौर पर उन स्थानों पर जहां भारी भीड़ उमड़ती है, वहां सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी बढ़ाने की आवश्यकता है, ताकि ऐसी घटनाएं भविष्य में न हों। इस हादसे के बाद पुलिस और स्थानीय प्रशासन द्वारा गंगा के किनारे सुरक्षा प्रबंधों को बेहतर करने के संकेत दिए गए हैं, ताकि श्रद्धालुओं की जान की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इस मामले में पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने शोक संतप्त परिवार को हर संभव मदद देने का आश्वासन दिया है और मामले की सही तरीके से जांच करने की बात कही है।