“36 युवा अधिकारियों ने आईटीबीपी में शपथ ली, पासिंग आउट परेड के बाद मुख्यधारा में कदम रखा”

मसूरी: भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) ने हाल ही में 36 नए युवा अधिकारियों का स्वागत किया, जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और प्रशिक्षण के बाद पासिंग आउट परेड के दौरान अपने कर्तव्यों की शपथ ली। इस परेड के बाद, ये अधिकारी अब मुख्यधारा में शामिल हो गए हैं और अपने नए करियर की शुरुआत करने के लिए तैयार हैं।आईटीबीपी की पासिंग आउट परेड मसूरी स्थित उनके अकादमी में आयोजित की गई, जहां इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए देश भर से प्रशिक्षु अधिकारी आए थे। यह परेड एक महत्वपूर्ण घटना होती है, जो अधिकारियों के प्रशिक्षण की सफलता का प्रतीक होती है। इस मौके पर अधिकारियों को कठिन शारीरिक और मानसिक प्रशिक्षण से गुजरने के बाद अब देश की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का अवसर मिलता है।इस परेड में नए अधिकारियों ने देश के प्रति अपनी निष्ठा और समर्पण को उजागर किया। उनके साथ इस अवसर पर आईटीबीपी के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे, जिन्होंने युवा अधिकारियों को शुभकामनाएं दीं और उन्हें अपने कर्तव्यों के प्रति पूरी ईमानदारी और जिम्मेदारी के साथ कार्य करने की प्रेरणा दी।आईटीबीपी के निदेशक जनरल ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा, “आज का दिन हमारे लिए गर्व का क्षण है, क्योंकि ये युवा अधिकारी हमारे संगठन का हिस्सा बन रहे हैं। हमें यकीन है कि ये अधिकारी अपनी कड़ी मेहनत और समर्पण से संगठन और देश की सेवा करेंगे।”नए अधिकारियों को विशेष रूप से सख्त पहाड़ी इलाकों में काम करने के लिए प्रशिक्षित किया गया है, जहां आईटीबीपी के जवानों की भूमिका अत्यधिक महत्वपूर्ण होती है। वे भारतीय सीमा की सुरक्षा, आपातकालीन राहत कार्यों और अन्य सुरक्षा अभियानों में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।इस अवसर पर परिवार के सदस्य भी मौजूद थे, जिन्होंने अपने प्रियजनों को इस ऐतिहासिक पल के लिए शुभकामनाएं दीं। पासिंग आउट परेड के बाद, इन अधिकारियों को विभिन्न राज्य और सीमा क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा, जहां वे अपनी नई जिम्मेदारी को निभाएंगे।आईटीबीपी ने हमेशा अपने अधिकारियों को उच्चतम स्तर का प्रशिक्षण और तात्कालिक परिस्थितियों में काम करने के लिए तैयार किया है। यह संगठन भारतीय सीमाओं की सुरक्षा में एक अहम भूमिका निभाता है, और इन नए अधिकारियों का जुड़ना इस संगठन की ताकत को और भी मजबूत करेगा।आज के इस ऐतिहासिक अवसर पर युवा अधिकारियों ने यह संकल्प लिया कि वे देश की सुरक्षा के लिए अपने कर्तव्यों को पूरी निष्ठा और बहादुरी से निभाएंगे।