
नई दिल्ली, 11 अप्रैल: मुंबई में 26/11 के आतंकवादी हमले के बाद तहव्वुर राणा और डेविड हेडली के बीच हुई बातचीत में एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। अमेरिकी जांच एजेंसियों ने इस बारे में महत्वपूर्ण जानकारी सार्वजनिक की है, जिसमें राणा ने हेडली से कहा था कि “भारतीय इसी लायक हैं”, जो भारतीयों की हत्याओं और हमलों को लेकर उसकी घृणा और नफरत को दर्शाता है। यह बयान मुंबई हमले के एक साल बाद की बातचीत का हिस्सा था, जब दोनों आतंकवादी हेडली के द्वारा किए गए हमलों के बारे में बात कर रहे थे। अमेरिकी एजेंसियों द्वारा किए गए इस खुलासे ने एक बार फिर इस हमले में पाकिस्तानी आतंकवादियों की सक्रिय भूमिका को उजागर किया है।अमेरिका के अधिकारियों ने बताया कि तहव्वुर राणा और डेविड हेडली के बीच यह बातचीत 2009 में हुई थी, जब हेडली को अमेरिकी अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया था। जांच में यह पाया गया कि हेडली और राणा ने मुंबई हमले की योजना को लेकर बहुत गहरी बातचीत की थी, जिसमें दोनों ने भारतीय नागरिकों के खिलाफ की गई बर्बरता को लेकर न केवल यह स्वीकार किया, बल्कि इसे सही ठहराया भी। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि तहव्वुर राणा ने हेडली से यह कहा था कि भारतीय “इसी लायक हैं”, और यह टिप्पणी दोनों के बीच मुंबई हमले के उद्देश्य और इसके व्यापक असर को लेकर की गई थी।यह खुलासा अमेरिका द्वारा भारतीय एजेंसियों के साथ साझा किए गए दस्तावेजों में हुआ है, जिनमें इस बात की पुष्टि की गई है कि राणा और हेडली पाकिस्तान स्थित आतंकी समूह “लशकर-ए-तैयबा” के महत्वपूर्ण सदस्य थे और इन दोनों का 26/11 के हमले में अहम हाथ था। राणा ने हेडली से अपनी नाराजगी का इज़हार करते हुए कहा था कि भारतीयों की ज़िंदगी की कोई अहमियत नहीं है और इस विचारधारा का पालन पाकिस्तान स्थित आतंकवादी संगठन कर रहे हैं।अमेरिका द्वारा किए गए इस खुलासे से यह भी पता चलता है कि मुंबई हमले के दौरान पाकिस्तान की सरकार और उसके सुरक्षा बलों का आतंकी संगठनों से गहरा संबंध था। यह जांच से यह भी सामने आया कि हेडली और राणा के बीच हुई वार्ताओं में यह भी स्वीकार किया गया था कि भारत में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए पाकिस्तानी संस्थाओं ने खुलकर सहयोग किया।अमेरिका ने यह जानकारी साझा करते हुए भारतीय सरकार को आश्वस्त किया है कि मुंबई हमले में पाकिस्तान की भूमिका को लेकर पूरी दुनिया में इस मुद्दे को गंभीरता से उठाया जाएगा। साथ ही, अमेरिका ने यह भी कहा कि राणा और हेडली जैसे आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और उन्हें न्याय दिलाने के लिए सभी कानूनी उपाय किए जाएंगे।इस बीच, भारत सरकार ने इस खुलासे का स्वागत करते हुए कहा कि यह एक महत्वपूर्ण कदम है, क्योंकि यह पाकिस्तान की ओर से आतंकवाद को बढ़ावा देने की नीति को एक बार फिर उजागर करता है। भारतीय अधिकारियों ने कहा कि अब पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए और उसे आतंकवादियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने के लिए मजबूर किया जाना चाहिए।मुंबई हमले के पीड़ितों और उनके परिवारों के लिए यह खुलासा एक तरह से न्याय की उम्मीद को फिर से जिंदा करता है। सरकार ने इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है और यह कहा है कि मुंबई हमले में दोषी आतंकवादियों को किसी भी हालत में नहीं बख्शा जाएगा।