
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने भारतीय सेना की वीरता और दृढ़ता की सराहना की, यह कहते हुए कि भारतीय सैनिकों ने हर बार पाकिस्तान सेना को कड़ा जवाब दिया है। सरमा का यह बयान पाकिस्तान से सटे सीमाओं पर भारतीय सेना की सुरक्षा उपायों को लेकर उठाए गए सवालों के बाद आया है। मुख्यमंत्री ने भारतीय सैनिकों की बहादुरी को सम्मानित करते हुए कांग्रेस पार्टी पर भी तंज कसा और आरोप लगाया कि कांग्रेस पाकिस्तान के प्रति अपनी नरम रुख की वजह से भारतीय सेना की सच्ची वीरता और बलिदान को कम करके आंकती है।मुख्यमंत्री सरमा ने कहा कि पाकिस्तान को कई बार भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया है, चाहे वह कश्मीर में हो या अंतरराष्ट्रीय सीमा पर। उन्होंने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि भारतीय सेना के जज्बे को कांग्रेस के नेताओं द्वारा कभी सराहा नहीं गया, बल्कि उनके द्वारा सेना के संघर्षों और बलिदानों को राजनीतिक फायदे के लिए कमतर आंकने का प्रयास किया गया है। यह बयान मुख्यमंत्री ने तब दिया जब कांग्रेस के कुछ नेताओं ने भारतीय सेना के कार्यों पर सवाल उठाए थे।मुख्यमंत्री ने भारतीय सेना की हर जंग में किए गए संघर्ष को सलाम करते हुए कहा कि भारतीय सैनिकों ने हमेशा अपने शौर्य और समर्पण से पाकिस्तान के हर दांव का जवाब दिया है। सरमा ने यह भी कहा कि भारतीय सैनिकों की बहादुरी और देश की सुरक्षा के लिए उनका समर्पण अतुलनीय है। उनकी उपस्थिति न केवल सीमा पर सुरक्षा को मजबूत करती है, बल्कि भारत के हर नागरिक को यह विश्वास दिलाती है कि देश की सुरक्षा पूरी तरह से मजबूत हाथों में है।इसके साथ ही, सरमा ने कांग्रेस को आड़े हाथों लेते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस पाकिस्तान के खिलाफ अपनी कठोर नीति में असहमत रही है और अक्सर भारतीय सैनिकों के संघर्षों को राजनीतिक फायदे के लिए इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के नेता हमेशा सेना की वीरता को लेकर ‘दोहरी नीति’ अपनाते हैं और जब भी पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात आती है, तो उनका रुख नरम होता है।मुख्यमंत्री ने अपने बयान में यह भी स्पष्ट किया कि असम और अन्य सीमावर्ती राज्य हमेशा भारतीय सेना की पूरी ताकत के साथ खड़े रहेंगे, ताकि सीमा पर कोई भी सुरक्षा खतरा उत्पन्न न हो। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे सेना के प्रति अपनी श्रद्धा और समर्थन दिखाएं, क्योंकि सीमा पर तैनात सैनिक न केवल हमारी रक्षा करते हैं, बल्कि देश की अखंडता को भी सुनिश्चित करते हैं।यह बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान और भारत के बीच सीमा पर तनाव बढ़ा है और कई बार पाकिस्तान ने कश्मीर में संघर्षविराम का उल्लंघन किया है। इन घटनाओं के बीच, भारतीय सेना ने पाकिस्तान के सैनिकों को करारा जवाब दिया है, और भारतीय सरकार की ओर से हमेशा इसे लेकर सकारात्मक प्रतिक्रियाएं आई हैं। मुख्यमंत्री सरमा का यह बयान भारतीय सेना के समर्थन में एक स्पष्ट संदेश है और यह भी दर्शाता है कि राज्य सरकार भारतीय सेना के साथ हर कदम पर खड़ी है।