
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ‘WAVES’ (World Art, Visual and Experiential Symposium) का उद्घाटन किया, जो सृजनात्मकता और कला का एक महत्वपूर्ण उत्सव बन गया है। इस आयोजन में उन्होंने भारत और दुनिया भर के कलाकारों को एक मंच पर लाने के महत्व को रेखांकित किया और कहा कि यह समय है जब सृजनात्मकता को नए आयाम देने की जरूरत है। उन्होंने इस मंच को न केवल कला और संस्कृति का उत्सव बताया, बल्कि इसे एक वैश्विक दिशा में भारत के योगदान को दिखाने का अवसर भी बताया।PM मोदी ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि यह आयोजन भारत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है, क्योंकि WAVES का उद्देश्य केवल कला और संस्कृति का सम्मान नहीं करना है, बल्कि सृजनात्मकता के हर रूप को वैश्विक स्तर पर प्रोत्साहित करना है। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय संस्कृति की जड़ें सृजनात्मकता और नवाचार में गहरी हैं, और हमें इस अवसर का उपयोग कर सृजन के क्षेत्र में नई ऊँचाइयाँ हासिल करनी चाहिए।इस कार्यक्रम के उद्घाटन पर पीएम मोदी ने भारत की सांस्कृतिक विविधता और उसकी समृद्ध कला धरोहर का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भारतीय समाज हमेशा से ही कला, साहित्य, संगीत, नृत्य और शिल्प के क्षेत्र में अग्रणी रहा है। WAVES कार्यक्रम इसी महान परंपरा को आगे बढ़ाने का एक प्रयास है, जहां कलाकार और सृजनशील व्यक्ति अपनी कला को वैश्विक मंच पर प्रस्तुत कर सकेंगे। उन्होंने विशेष रूप से युवाओं से अपील की कि वे इस आयोजन से प्रेरित होकर सृजनात्मकता के क्षेत्र में नई शुरुआत करें और दुनिया को दिखाएं कि भारतीय कला का प्रभाव वैश्विक स्तर पर कितना गहरा है।प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि भारत में और दुनिया भर में सृजन का यह सही समय है। उन्होंने COVID-19 महामारी के बाद की स्थिति को याद करते हुए कहा कि इस समय ने हमें कला और सृजन के महत्व को समझने का मौका दिया है। उन्होंने यह बताया कि सृजनात्मकता ने ही लोगों को महामारी के दौरान मानसिक शांति और आत्मनिर्भरता का अहसास कराया। इस पहल से, भारत ने न केवल अपनी कला को संरक्षित किया है, बल्कि अन्य देशों को भी यह संदेश दिया है कि सृजनशीलता का कोई सीमित स्थान नहीं होता, यह वैश्विक और सर्वकालिक है।कार्यक्रम में कला, विज्ञान, और तकनीकी क्षेत्र के प्रमुख विशेषज्ञों, कलाकारों, और सांस्कृतिक संरक्षकों ने भाग लिया, जिन्होंने अपनी कला के माध्यम से समाज के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया। यह आयोजन एक ऐसी जगह बन गया है जहां लोग कला, विचार, और नवाचार को मिलाकर एक नए युग की शुरुआत करने का प्रयास कर रहे हैं।PM मोदी ने इस कार्यक्रम को लेकर कहा कि यह मंच सभी कलाकारों को एकजुट करेगा और उन्हें अपने विचारों और कार्यों को प्रदर्शित करने का अवसर देगा। उन्होंने यह भी कहा कि सृजनात्मकता का उत्सव अब केवल कला के पारंपरिक रूपों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि यह डिजिटल और नवाचार के माध्यम से भी विस्तारित होगा। उन्होंने डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से कला को और अधिक लोगों तक पहुँचाने की आवश्यकता को महसूस किया और कहा कि आने वाले समय में कला और संस्कृति के क्षेत्र में यह आयोजन एक मील का पत्थर साबित होगा।साथ ही, उन्होंने इस कार्यक्रम के आयोजकों और सहयोगियों को बधाई दी और इस तरह के आयोजनों के लिए उन्हें प्रोत्साहित किया। उन्होंने विश्वास जताया कि WAVES कार्यक्रम भारतीय कला और सृजनात्मकता को न केवल भारत में बल्कि दुनिया के हर कोने में एक नई पहचान दिलाएगा।इस उद्घाटन के बाद, पीएम मोदी ने कला और सांस्कृतिक प्रदर्शनी का भी दौरा किया और विभिन्न कला रूपों को देखा, जिनमें चित्रकला, मूर्तिकला, डिजिटल कला, और अन्य प्रकार की सृजनात्मक अभिव्यक्तियों का समावेश था। इस आयोजन में दुनियाभर के प्रतिष्ठित कलाकारों और रचनात्मक व्यक्तियों ने अपनी कला का प्रदर्शन किया, और यह मंच सृजनशीलता को एक नया रूप देने का वादा करता है।PM मोदी के उद्घाटन भाषण ने इस कार्यक्रम को एक वैश्विक पहल के रूप में स्थापित किया, जिसमें न केवल भारतीय कला और संस्कृति को बढ़ावा मिलेगा, बल्कि यह दुनिया भर में कला और सृजन की शक्तियों को भी एकजुट करेगा।