
महाराष्ट्र की पूर्व सांसद नवनीत राणा को हाल ही में एक गंभीर धमकी मिली है, जिसमें उन्हें जान से मारने की बात कही गई है। इस धमकी का स्रोत पाकिस्तान से आया था, जिससे न केवल राणा बल्कि राज्य और देशभर में सुरक्षा को लेकर एक नई चिंता पैदा हो गई है। जानकारी के अनुसार, नवनीत राणा को एक पाकिस्तान नंबर से फोन आया, जिसमें धमकी दी गई कि यदि उन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ बयानबाजी जारी रखी, तो उन्हें गंभीर नतीजों का सामना करना होगा। यह धमकी राणा को सीधे तौर पर व्यक्तिगत रूप से दी गई, जिससे उनके समर्थकों और परिवार के बीच डर का माहौल पैदा हो गया।नवनीत राणा ने इस गंभीर धमकी की जानकारी तुरंत पुलिस को दी, और उन्होंने इसे राजनीतिक रूप से प्रेरित बताया। उनका कहना था कि यह धमकी उन्हें चुप कराने के लिए दी गई थी, क्योंकि वे हमेशा पाकिस्तानी राजनीति और आतंकवाद के खिलाफ अपने विचार व्यक्त करती रही हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वह इस धमकी से डरने वाली नहीं हैं और उनकी आवाज़ को दबाने के लिए इस तरह की धमकियों का कोई असर नहीं होने वाला है।पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए इसकी जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, साइबर सेल और अन्य सुरक्षा एजेंसियों की मदद से कॉल का स्रोत ट्रैक करने की कोशिश की जा रही है। अधिकारियों ने यह भी बताया कि इस कॉल के जरिए जान से मारने की धमकी देने वाले व्यक्तियों की पहचान के लिए उच्च तकनीकी संसाधनों का उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा, राणा की सुरक्षा को भी बढ़ा दिया गया है और उन्हें व्यक्तिगत सुरक्षा मुहैया करवाई गई है।धमकी मिलने के बाद, नवनीत राणा ने मीडिया के सामने आकर इस घटना के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि उन्हें यह धमकी पाकिस्तान से मिलने के बावजूद, उनका मनोबल बिल्कुल नहीं टूटा है। राणा ने कहा कि वे देश की सुरक्षा और सशस्त्र बलों की पूरी तरह से समर्थक हैं और उनका ध्यान केवल राष्ट्रीय हितों पर है। उन्होंने यह भी कहा कि वह किसी भी तरह की धमकी से डरने वाली नहीं हैं और इस तरह की धमकियों के बावजूद वह पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई जारी रखेंगी।इस घटना के बाद, राणा के समर्थन में कई अन्य राजनीतिक नेता भी सामने आए। उन्होंने इस धमकी की कड़ी निंदा की और कहा कि ऐसे कृत्य केवल देश के अंदर आतंकवादियों और दुश्मन देशों द्वारा किए जा रहे नापाक प्रयासों का हिस्सा हैं। उन्होंने मांग की कि सरकार और पुलिस ऐसे कृत्यों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके।वहीं, महाराष्ट्र के पुलिस विभाग ने इस मामले को गंभीरता से लिया और जांच की प्रक्रिया को तेज कर दिया है। पुलिस ने यह भी पुष्टि की कि उन्होंने राणा की सुरक्षा को बढ़ा दिया है और उन्हें किसी भी तरह की असुविधा से बचाने के लिए हर कदम उठाए जा रहे हैं। इसके अलावा, राज्य में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की दिशा में भी कदम उठाए गए हैं, ताकि इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए पहले से तैयार रह सकें।इस घटना ने सुरक्षा के सवालों को एक बार फिर से तूल दिया है और यह दर्शाया है कि देश के भीतर राजनीतिक व्यक्तित्वों और सार्वजनिक अधिकारियों को बाहरी ताकतों की ओर से भी खतरों का सामना करना पड़ सकता है। साथ ही यह भी साफ हो गया है कि भारतीय सुरक्षाबल और पुलिस प्रशासन किसी भी प्रकार के धमकी भरे संदेशों को हलके में नहीं लेंगे और इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे।