
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भुज एयरबेस से पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए देश की सैन्य ताकत और संप्रभुता की सुरक्षा के प्रति भारत की अडिग प्रतिबद्धता को दोहराया। ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद अपने पहले दौरे पर गुजरात के भुज एयरफोर्स स्टेशन पहुंचे राजनाथ सिंह ने वीर जवानों से मुलाकात की और उनकी बहादुरी को सलाम करते हुए कहा — “अभी तो हमने ट्रेलर दिखाया है, ज़रूरत पड़ी तो पूरी फ़िल्म दिखा देंगे।”
उन्होंने कहा कि भुज न केवल रणनीतिक दृष्टिकोण से बल्कि भारत की सैन्य शौर्यगाथा का भी प्रतीक है। यह वही धरती है, जहां 1965 और 1971 की जंगों में भारत ने पाकिस्तान को करारा जवाब दिया था। आज भी, जब सीमा पार से साजिशें रची जा रही हैं, भारत का रुख स्पष्ट है — हम शांति में विश्वास रखते हैं, लेकिन अगर कोई आंख उठाएगा, तो जवाब भी उसी भाषा में दिया जाएगा।
राजनाथ सिंह ने इस दौरे से पहले एक्स (पूर्व ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा, “नई दिल्ली से भुज (गुजरात) के लिए निकल रहा हूं। भुज एयर फोर्स स्टेशन पर अपने वायुसेना के वीर योद्धाओं से बातचीत के लिए बेहद उत्सुक हूं। इसके बाद मैं स्मृतिवन का भी रुख करूंगा।”
भुज दौरे के दौरान रक्षा मंत्री ने जवानों की तैयारियों का जायज़ा लिया और उन्हें प्रेरणा देते हुए यह संदेश भी दिया कि सरकार और देश की जनता उनके साथ मजबूती से खड़ी है। उन्होंने पाकिस्तान पर परोक्ष वार करते हुए कहा कि भारत की सेना किसी भी स्थिति से निपटने में पूरी तरह सक्षम है और अगर कोई दुश्मन देश हमारे धैर्य की परीक्षा लेने की कोशिश करेगा, तो उसे हर मोर्चे पर मुंहतोड़ जवाब मिलेगा।
इस बयान को देशवासियों ने सोशल मीडिया पर ज़बरदस्त समर्थन दिया है और यह संदेश पाकिस्तान समेत पूरी दुनिया को यह दिखाता है कि नई दिल्ली की नीति अब ‘मौन सहनशीलता’ नहीं, बल्कि ‘सशक्त प्रतिकार’ है।