
भारत में कोविड-19 संक्रमण एक बार फिर से तेजी से पैर पसार रहा है, खासकर केरल और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में मामलों की संख्या में आश्चर्यजनक बढ़ोतरी देखी जा रही है। पिछले कुछ हफ्तों में इन दोनों राज्यों में संक्रमण की रफ्तार में काफी इजाफा हुआ है, जिससे स्वास्थ्य विभाग और सरकार दोनों की चिंताएं बढ़ गई हैं। केरल, जहां पहले भी कोविड-19 की विभिन्न लहरों ने भारी तबाही मचाई थी, वहां अब फिर से रोजाना हज़ारों नए मामले सामने आ रहे हैं। महाराष्ट्र में भी हालात किसी से कम नहीं हैं, जहां मुंबई, पुणे और नाशिक जैसे बड़े शहरों में संक्रमण तेजी से फैल रहा है।विशेषज्ञों का मानना है कि कोरोना वायरस के नए वेरिएंट की मौजूदगी और लोगों में कोविड प्रोटोकॉल की अनदेखी इस पुनः संक्रमण की मुख्य वजहें हैं। बड़ी संख्या में लोग मास्क न पहनना, सामाजिक दूरी का पालन न करना और भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाना संक्रमण के प्रसार को बढ़ावा दे रहा है। साथ ही, कई लोगों ने टीकाकरण भी पूरा नहीं करवाया है, जिससे उनकी सुरक्षा कमजोर हो रही है।सरकार और स्वास्थ्य विभाग ने अब पुनः सतर्कता बढ़ा दी है। संक्रमितों की संख्या में वृद्धि को देखते हुए अस्पतालों में तैयारियां तेज कर दी गई हैं, और कोविड जांच के लिए भी विशेष शिविर लगाए जा रहे हैं। जनता को कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करने की अपील की जा रही है, ताकि संक्रमण की इस नई लहर को रोका जा सके।भारत में फिलहाल कुल मामले भारत सरकार के हेल्थ मिनिस्ट्री के आंकड़ों के अनुसार नियंत्रण में हैं, लेकिन केरल और महाराष्ट्र के बढ़ते केसों ने सभी को चेतावनी दी है कि कोविड-19 अभी खत्म नहीं हुआ है। विशेषज्ञों का कहना है कि यदि सावधानी नहीं बरती गई तो देश में तीसरी या चौथी लहर की संभावना भी बनी हुई है।इसलिए, भारतवासियों को पुनः मास्क पहनना, हाथ धोना, और सामाजिक दूरी बनाए रखना आवश्यक है। साथ ही, यदि टीकाकरण की डोज पूरी नहीं हुई है तो जल्द से जल्द पूरी करनी चाहिए। कोविड-19 के प्रति सतर्क रहना ही इस बीमारी से लड़ने का सबसे प्रभावी हथियार साबित होगा।