पंजाब के कोच पोंटिंग ने विराट कोहली की तारीफ में नहीं छोड़ी कोई कमी, बोले ‘उनकी आंखें सब कुछ बयां करती हैं’

पंजाब किंग्स के मुख्य कोच रिकी पोंटिंग ने आईपीएल 2025 के फाइनल मुकाबले के बाद विराट कोहली की भावुकता और जज्बे की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि कोहली का घुटनों के बल बैठना और उनकी आंखों में नम आंसू देखना दर्शाता है कि पिछले 18 सत्रों से विराट इस खिताब के लिए कितना बेसब्र थे और इस टूर्नामेंट की जीत खिलाड़ियों के लिए कितनी बड़ी उपलब्धि है। मंगलवार को आईपीएल फाइनल में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने पंजाब किंग्स को छह रन से हराकर 18 साल के लंबे इंतजार के बाद पहली बार खिताब अपने नाम किया। विराट कोहली, जो आरसीबी के लिए आईपीएल के पहले सीजन से ही खेल रहे हैं, इस ऐतिहासिक जीत के बाद अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख सके।

पोंटिंग ने फाइनल के अंतिम ओवरों में विराट की आंखों में आंसुओं को देखकर कहा, “आप उनकी आंखों में देख सकते थे कि वे भावुक हैं। खिलाड़ियों के लिए और सभी के लिए इसका मतलब ही कुछ और होता है। आईपीएल जैसे बड़े टूर्नामेंट को जीतना इतना आसान नहीं है। चेन्नई सुपर किंग्स और मुंबई इंडियंस जैसी टीमें कई बार खिताब जीत चुकी हैं, लेकिन यह लीग जितनी कठिन है, उतना कोई और टूर्नामेंट नहीं।”

विराट कोहली ने जीत के बाद टेस्ट क्रिकेट की अहमियत पर जोर देते हुए कहा था कि टेस्ट क्रिकेट खेल का सबसे पारंपरिक और सम्मानित प्रारूप है। उन्होंने युवा खिलाड़ियों को टेस्ट क्रिकेट का सम्मान करने और उसमें अच्छा प्रदर्शन करने की सलाह दी। पोंटिंग ने भी कोहली की बातों से सहमति जताई और कहा कि टेस्ट क्रिकेट का सम्मान करना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा, “मैं खुद टेस्ट क्रिकेट का सबसे बड़ा प्रशंसक हूं। चाहे मैं कोचिंग कर रहा हूं या कमेंट्री, मेरा दिल हमेशा टेस्ट क्रिकेट में ही रहता है। अगर मैं फिर से खेल सकता तो टेस्ट क्रिकेट ही मेरा पसंदीदा प्रारूप होता।”

पोंटिंग ने विराट के टेस्ट क्रिकेट करियर की भी प्रशंसा की और कहा कि उनका टेस्ट करियर शानदार रहा है, साथ ही सीमित ओवरों में भी उनका प्रदर्शन बहुत अच्छा रहा है, जो आज भी जारी है। इसके अलावा पोंटिंग ने आईपीएल 2025 में पंजाब किंग्स के कप्तान श्रेयस अय्यर की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि अय्यर की नेतृत्व क्षमता इस बात से साबित होती है कि वे तीन अलग-अलग टीमों को आईपीएल फाइनल तक पहुंचाने वाले इकलौते कप्तान हैं। इस सत्र में अय्यर ने 17 मैचों में छह अर्धशतक लगाए और 604 रन बनाए, उनका औसत 50.33 और स्ट्राइक रेट 175 रहा।

पोंटिंग ने कहा, “श्रेयस इस सीजन का एक अहम हिस्सा रहे हैं। उन्होंने एक खिलाड़ी और कप्तान के तौर पर अपनी छवि मजबूत की है। मुझे पूरा भरोसा था कि उन्हें इंग्लैंड के टेस्ट दौरे के लिए टीम में शामिल किया जाएगा, लेकिन चयनकर्ताओं ने कुछ और फैसला किया। आप उनकी प्रतिबद्धता को उनकी आंखों में देख सकते थे। शुरुआत से ही उन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और लगन दिखाई है।”

पोंटिंग के अनुसार, अय्यर की यह उपलब्धि उनकी नेतृत्व क्षमता का जश्न है कि वे आईपीएल के तीन अलग-अलग फ्रेंचाइजी की कप्तानी करते हुए फाइनल तक पहुंचे। उनके अनुसार यह एक बड़ी बात है और इससे उनकी प्रतिबद्धता और काबिलियत का पता चलता है।

इस पूरे सत्र और फाइनल के बाद विराट कोहली की भावनाओं और पोंटिंग के कोच के तौर पर उनके जज्बे की जो सराहना हुई है, वह क्रिकेट प्रेमियों के लिए प्रेरणादायक है। आईपीएल जीतना न केवल खिलाड़ियों के लिए बल्कि उनके परिवार और प्रशंसकों के लिए भी गर्व की बात होती है, और इस जीत के पीछे विराट कोहली के संघर्ष और धैर्य की कहानी छिपी है।

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