
कांग्रेस नेता शशि थरूर का करारा जवाब: ‘देश की सेवा एंटी पार्टी एक्ट नहीं, ज़रूरत है आत्ममंथन की’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और सांसद शशि थरूर ने पार्टी के भीतर अपने विरोधियों को सधी हुई लेकिन करारी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि “अगर राष्ट्रहित में काम करना एंटी पार्टी एक्टिविटी है, तो ऐसे आरोप लगाने वालों को खुद से सवाल करने की ज़रूरत है।” थरूर इस समय सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के साथ अमेरिका में हैं, जो हालिया पहलगाम आतंकी हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत की ओर से आतंकवाद पर सख्त रुख पेश कर रहा है।
दरअसल, केंद्र सरकार द्वारा इस प्रतिनिधिमंडल में शशि थरूर को शामिल करने पर कांग्रेस पार्टी के कुछ नेताओं ने नाराजगी जताई थी और यहां तक कह डाला कि वे सरकार के सुपर प्रवक्ता बन गए हैं। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए थरूर ने कहा, “हम यहां एक राष्ट्र के प्रतिनिधि के रूप में आए हैं। हमें किसी के उत्तेजना में दिए गए बयान पर समय बर्बाद नहीं करना चाहिए। अगर कोई देश के लिए काम कर रहा है, तो उसे इन राजनीतिक छींटाकशी से फर्क नहीं पड़ना चाहिए।”
भाजपा में जाने की अटकलों पर थरूर का जवाब
शशि थरूर से जब यह सवाल पूछा गया कि क्या वे भाजपा में शामिल होने जा रहे हैं, तो उन्होंने स्पष्ट कहा, “मैं लोकसभा सांसद हूं और अभी मेरे कार्यकाल के चार साल बाकी हैं। मुझे समझ नहीं आता कि ऐसे सवाल क्यों उठते हैं।” उन्होंने आगे कहा कि देश में मतभेद स्वाभाविक हैं, लेकिन जब हम सीमाओं से बाहर निकलते हैं, तो हम केवल भारतीय होते हैं।
राहुल गांधी के बयान पर दी प्रतिक्रिया
राहुल गांधी द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को लेकर दिए गए “सरेंडर” वाले बयान पर थरूर ने कूटनीतिक जवाब दिया। उन्होंने कहा, “लोकतंत्र में राजनीतिक दलों का विरोध, आलोचना और मांग करना सामान्य प्रक्रिया है। हमें विदेश में अपने विचार स्पष्ट रूप से रखने चाहिए, लेकिन यह राष्ट्रहित के अनुरूप हो।”
थरूर ने अंत में कहा कि “मैं यहां व्हाइट हाउस या अमेरिका के साथ कोई जटिलता खड़ी करने नहीं आया हूं। मैं यहां भारत की तरफ से एक साफ और मज़बूत संदेश देने आया हूं।” उनके इस बयान से साफ है कि वह पार्टी लाइन से इतर देशहित को सर्वोपरि मानते हैं।