
रविवार को उत्तराखंड में लगातार दूसरे दिन हुई भारी बारिश ने देहरादून के भानियावाला और माजरी ग्रांट क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा कर दी। बरसाती खालों पर अतिक्रमण के चलते भानियावाला की गलियों में तीन फीट तक पानी बहने लगा, जिससे मुख्य मार्ग तक जलभराव पहुंच गया और आवागमन ठप हो गया। कई दोपहिया वाहन पानी में फिसलते नजर आए। वहीं माजरी में जीवनवाला सिंचाई नहर ओवरफ्लो हो गई और उसका पानी कई घरों और दुकानों में घुस गया। लियाकत अली की दुकान, नरेश पाल का घर, और दर्जनों परिवारों की संपत्ति जलमग्न हो गई।स्थानीय पार्षदों और नागरिकों को जेसीबी मंगाकर जलनिकासी करनी पड़ी, पर सरकारी तंत्र की तैयारी पूरी तरह नाकाम दिखी। एयरपोर्ट से आने वाला पानी भी कहर बनकर टूटा, जिससे आसपास के इलाकों में जलभराव और बढ़ गया। एयरपोर्ट का पिछला गेट खोलना पड़ा ताकि अंदर जमा पानी बाहर निकाला जा सके।नागल बुलंदावाला में हाल ही में बनी सिंचाई नहर और उसके लिए बनाए गए सुरक्षा पुश्ते भी तेज बारिश में बह गए। इससे न केवल तकनीकी खामियों का खुलासा हुआ, बल्कि किसानों को धान की बुवाई में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। कांग्रेस नेता गौरव सिंह और किसान नेता दरपान बोरा ने प्रशासन से तत्काल प्रभाव से मरम्मत कार्य कराने और बाढ़ सुरक्षा उपायों की मांग की है।